Domino’s pizza की फ्रेंचाइजी कैसे ले | Domino’s Franchise details in Hindi

आज के समय में सभी फ़ास्ट फ़ूड ( Fast food ) खाना पसंद करते हैं , जिस में पिज़्ज़ा – बर्गर ( Pizza – burgar ) सभी का मनपसंद खाना होता है , किसी की बर्थडे पार्टी ( Birthdy party ) हो या फिर घर का खाना न खाने का मन हो , या फिर यू ही संडे को पार्टी डे मन कर ,  या फिर बिना किसी कारण के ही पिज़्ज़ा बर्गर खाया जाता है । पिज़्ज़ा – बर्गर बहुत सारी कंपनियां बना कर बेचती हैं , और उनकी सभी की डिमांड बहुत ज्यादा है।  आजकल तो  ये सभी का favourite खाना होता है। डोमिनोस ( Domino ’s ) उनमे से ही एक है।  २०१८ के आंकड़ों के अनुसार ,  जितने भी पिज़्ज़ा मार्किट में मिलते हैं , उन में से ६२ प्रतिशत डोमिनोस के ही होते हैं।

Domino ’s  पिज़्ज़ा बर्गर अमेरिका ( USA ) की दूसरी सबसे बड़ी फ़ास्ट फ़ूड कंपनी है , और  Domino’s पिज़्ज़ा  की शुरुआत 1960 में संयुक्त राज्य अमेरिका में एक छोटे से स्टोर से की गई थी ।  और अब यह दुनिया भर में स्वादिष्ट पिज्जा के लिए सबसे अच्छा चलने वाला ब्रांड बन गया है , डोमिनोज पिज्जा अब भारत सहित 70  से अधिक देशों में बिज़नस करता है , और दुनिया भर में 15000 से ज्यादा आउटलेट्स ( outlets ) है और कंपनी धीरे – धीरे अपने बिज़नस को बढ़ा रही है |

Domino ’s पिज़्ज़ा ( Domino ‘s Pizza ) , Domino ‘s पास्ता ( Domino ‘s Pasta ) , Domino ‘s केक ( Domino ‘s Cake ) , Domino ‘s ब्रेड ( Domino ‘s Bread )  , Domino ‘s चिकन विंग्स (Domino ‘s chicken wings )और भी विभिन्न प्रकार के प्रोडक्ट बनता हैं , लेकिन भारत में पिज़्ज़ा सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है ।

Domino ‘s pizza आज के समय में सबसे ज्यादा खाने वाली चीज है, और जिस हिसाब से ये पूरे भारत वर्ष में खाया जाता है , इसकी डिमांड १२ महीने , २४*७ रहती ही है।  जो लोग रात में दोस्तों के साथ पार्टी करते हैं , उनके लिए तो ये एक वरदान से काम नहीं है , जब कुछ और खाना समझ नहीं आता , तो वो भी रात में ऐसा ही खाना खाना पसंद करते हैं। 

Domino ‘s पिज़्ज़ा की फ्रेंचाइजी ( franchise ) लेना भी व्यापर की दृष्टि से एक अच्छा विकल्प हो सकता हैं , क्यूंकि इसकी डिमांड बहुत ही बढ़ती जा रही है , और कभी कम होगी ही नहीं ।  डोमिनोस पिज़्ज़ा कि बढ़ती डिमांड्स को देखते हुए , इसे आप सदाबहार बिज़नेस की श्रेणी में रख सकते हैं। 

Dominos पिज़्ज़ा की फ्रेंचाइजी कैसे ले , इसमें कितना खर्च आएगा , इसका सामान कैसे व कहाँ से खरीदे। आज के इस लेख में हम आपको ये सब विस्तार से बताएँगे । जो लोग अभी बेरोज़गार बैठे हैं , उनको इस लेख को पढ़कर यह काम शुरू करने की प्रेरणा मिलेगी। 

बाकि सभी बिज़नेस की तरह ही इस व्यापार को शुरू करने के लिए भी कुछ चीजों की जरुरत रहती है। यदि कोई भी व्यक्ति Domino ’s की फ्रेंचाइजी लेकर कोई रेस्टोरेंट ओपन करना चाहता है , तो उसके पास अच्छी खासी जमीन होनी चाहिए , तभी Domino ’s की फ्रेंचाइजी लेकर कोई रेस्टोरेंट ( restaurant ) ओपन कर सकते है , क्योकि इसके अन्दर एक अच्छा सा रेस्टोरेंट बनाना पड़ता है , और अच्छी पार्किंग ( parking ) के जगह चाहिए और रेस्टोरेंट के सामने भी अच्छी स्पेस चाहिए ।

यहाँ पर Dominos की फ्रेंचाइजी लेने से सम्बंधित सभी जानकारी हम दे रहे हैं , आप उनकी मदद से यह  काम शुरू कर सकते हैं | इसको पढ़ने के लिए हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ें । 

भारत में डोमिनोस का पिज़्ज़ा इतना लोकप्रिय है कि अकेले भारत में ही इसके लगभग 550 से अधिक डोमिनोज़ स्टोर हैं , और यह भारत के 120 से अधिक शहरों में फैला हुआ है , भारत में पिज्जा डिलीवरी का 72% हिस्सा है लेकिन भारत में , Domino ’s Pizza franchises , Jubilant Food Works limited के अंतर्गत आ रहे हैं , इसका मतलब यह है कि अगर किसी को भी इस कंपनी की फ्रेंचाइजी लेनी है तो Jubilant Food Works limited के अंतर्गत ले सकता है ।

डोमिनोज़ की फ्रैंचाइज़ी लेने से पहले हम थोड़ा कंपनी के बारे में जान लेते है तो अब आपको आपकी जानकारी के लिए बता दे , कि डोमिनोज़ एक अमेरिकन बहुराष्ट्रीय पिज्जा बनाने वाली कंपनी है , और इस कंपनी की शुरुवात सन 1960 में , दिसंबर में अमेरिका से हुई थी इस कंपनी के मालिक Tom Monaghan, James Monaghan इन दोनों ने साथ में मिलकर इस कंपनी की शुरुवात की थी। भारत में डोमिनोज़ 25 साल से अपना बिज़नेस कर रहे है।

लेकिन इसकी फ्रैंचाइज़ी लेने से पहले हमें इसके स्टोर के बारे में जानना होगा।  ये तीन प्रकार के होते हैं :  –

  • Traditional Stores : – ये रिटेल आउटलेट मुख्य रूप से शॉपिंग सेंटर , स्ट्रिप सेंटर , और इसी तरह के रिटेल स्थानों में डिलीवरी वाहनों और स्टोर के ग्राहकों के लिए उपयुक्त पार्किंग हैं। डोमिनोज़ पिज़्ज़ा ट्रेडिशनल स्टोर्स डिलीवरी ( delivery )और बहार ले जाने (कैरी-आउट) सर्विसेज के लिए होते है |
  • Non-Traditional Stores : – यह स्टोर कार्यालय भवन , शॉपिंग मॉल , स्टेडियम , टोल रोड , हवाई अड्डे , चिड़ियाघर , आदि लोकेशन के उपर होती है इसके अन्दर हम  Domino’s प्रोडक्ट के साथ साथ दुसरे प्रोडक्ट भी बेचने का प्रावधान होता  है |
  • Transitional Stores : – यह स्टोर कुछ सिलेक्टेड मार्किट के अन्दर ओपन किया जाते है , इस लोकेशन के उपर कस्टमर कम होते है कुछ सिलेक्टेड कस्टमर के लिए यह स्टोर ओपन किये जाते है |

अब हम इसकी फ्रेंचाइजी लेने के बारे में बताते हैं । इसका काम शुरू करने से पहले हमें निम्न बातों का ध्यान रखना होगा

  • भारत में domino ’s फ्रेंचाइजी लेने के लिए लगने वाली कुल लागत ( Investment for its franchise )
  • भारत में domino ’s फ्रेंचाइजी लेने के लिए लगने वाली कुल जमीन ( land or Location for this business )
  • भारत में domino ’s फ्रेंचाइजी लेने के लिए लगने वाले लाइसेंस ( License for its franchise )
  • भारत में domino’s फ्रेंचाइजी लेने के लिए (Agreement)
  • भारत में डोमिनोस फ्रैंचाइज़ी लेने के लिए ट्रेनिंग ( Training )
  • प्रक्रिया या बनाने का तरीका ( Process )
  • फ्रेंचाइजी के रजिस्ट्रेशन के लिए कैसे अप्लाई करे ( how to apply for Domino ‘s franchise registration )
  • मार्केटिंग  ( Its marketing )
  • बिकने की सम्भावना व फायदा  (Possibility of selling and profit )

अब हम सभी चीजों के बारे में विस्तार से बताएँगे । 

भारत में domino’s फ्रेंचाइजी लेने के लिए लगने वाली कुल लागत (Investment required for Domino’s Franchise in india) :

यदि कोई भी व्यक्ति  domino ’s franchise भारत में  लेना चाहता है तो उसको बहुत निवेश करना पड़ता है और निवेश मुख्य रूप से तो आपकी जमीन ( land ) के उपर निर्भर करता है यदि आप जमीन खुद की है तो आपके बहुत से पैसे बच जायेंगे और जमीन घर की नही है तो बहुत से पैसे लगाने पड़ जायेंगे , और उसके बाद रेस्टोरेंट के लिए खर्चा करना पड़ेगा , और कुछ सिक्यूरिटी डिपाजिट (security deposit ) भी करवाना पड़ेगा। तो कुल मिला कर यदि आपके पास कम से कम 1.5 करोड़ से 2 करोड़ रुपये है तो आप Domino ’s की फ्रेंचाइजी ले सकते है  लेकिन आपको बता दे की Domino’s तीन प्रकार की फ्रेंचाइजी देती है , और सभी के लिए अलग अलग इन्वेस्टमेंट करनी पड़ती है तो आप एक इन्वेस्टमेंट करके अपना एक अच्छा सा बिज़नस शुरू कर सकते है |

वैसे अगर हम चाहते हैं कि हम काम शुरू करे और इतने पैसे नहीं है , तो हम ये काम लोन ले कर भी शुरू कर सकते हैं।हमारे पास वो प्रावधान भी है।

कुल खर्च : कम से कम 1.5 करोड़ से 2 करोड़ रु .

भारत में domino’s फ्रेंचाइजी लेने के लिए लगने वाली कुल जमीन / लोकेशन  (Land or location required for Domino’s Franchise) : –

अगर कोई भी व्यक्ति Domino ’s की फ्रेंचाइजी लेकर अपना कोई रेस्टोरेंट ओपन करना चाहता है तो उसके पास एक अच्छी खासी जमीन होनी चाहिए , तभी Domino ’sकी फ्रेंचाइजी लेकर कोई रेस्टोरेंट ओपन कर सकते है , क्योकि इसके अन्दर एक अच्छा सा रेस्टोरेंट बनाना पड़ता है और अच्छी पार्किंग के जगह चाहिए और रेस्टोरेंट के सामने भी अच्छी स्पेस चाहिए।  तो सभी के लिए कुल 5000 से 10,000 स्क्वायर फीट जगह होनी चाहिए तभी आप अच्छे से बिज़नेस कर सकते है , और सबसे जरुर चीज जिस लोकेशन के उपर रेस्टोरेंट ओपन करेंगे वंहा की लोकेशन सही होनी चाहिए , जहाँ आते जाते लोगो का ध्यान जाये ।  आजकल हाईवे पर , मार्किट में , भीड़ – भाड़ वाले एरिया में सभी जगह जहाँ लोग ज्यादा जाते हैं , उधर कि तरफ जमीन लेना ठीक रहता है।

Electricity and water facility for this Business : – किसी भी बिजनेस को शुरू करने के लिए कुछ घटक होते है जिनके  बिना बिजनेस को शुरू नहीं किया जा सकता है जैसे की वहाँ पर बिजली , पानी और सडक अच्छी होनी चाहिए, ताकि न हमें कोई दिक्कत आये और न ही लोगो को वहा आने जाने में। 

भारत में Domino’s फ्रेंचाइजी लेने के लिए लगने वाले लाइसेंस  (License required for Domino’s Franchise) : –

कोई भी business शुरू करने से पहले हमें कुछ रजिस्ट्रेशन / लाइसेंस लेने होते हैं ।  जिनकी जानकारी हम आपको दे रहे हैं : –

  • जमीन के सभी कागज़ सही होने चाहिए।
  • डक्यूमेंट  एक दम क्लियर और सलीके से लगे हुए  होने चाहिए |
  • Lease agreement होना चाहिए (agar lease pe jamin ho ) |
  • जमीन के उपर कोई Govt. issue नही होना चाहिए |
  • लोकेशन On Road होनी चाहिए और कंपनी के नियम – अनुसार ही आपकी लोकेशन होनी चाहिए |
  • व्यापार लाइसेंस |
  • Business PAN Card .
  • जीएसटी नंबर : किसी भी व्यवसाय को शुरू करने के लिए सबसे अनिवार्य चीज।

इसके साथ ही हमें कुछ और कागजो की जरुरत पद सकती है जैसे के आधार कार्ड , पैन कार्ड ( PAN card ), वोटर कार्ड ( Voter ID card ), राशन card, बिजली का बिल, बैंक अकाउंट की  details, हमारा एक पासपोर्ट साइज फोटो, email ID, फ़ोन नंबर बाकि प्रूफ भी | हमें ये सब भी तैयार रखने होंगे |

ये सभी चीजें हमें व्यापार शुरू करने से पहले तैयार करा लेनी चाहिए ताकि सब काम हमारा सरकार की नज़रो में हो तथा कुछ भी काम करते हुए कोई अड़चन न आये । 

भारत में Domino’s फ्रेंचाइजी लेने के लिए Agreement (Agreement for Domino‘s franchise in India) :

भारत में Domino’s की फ्रेंचाइजी लेने के लिए अग्रीमेंटस  मुख्य रूप से बस 10 साल का होता है उसके बाद कुछ पैसे देकर दुबारा Renew करवा सकते है लेकिन यदि कंपनी और फ्रेंचाइजी लेने के सबंध में कुछ समस्या आती है या कस्टमर ( customer ) को अच्छी सुविधा नही दी जाती है तो कंपनी फ्रेंचाइजी वापिस भी ले सकती है |

स्टैंडर्ड फ्रैंचाइज़ और नॉन-ट्रेडिशनल स्टोर फ्रेंचाइज़ के लिए शुरुआती फ्रैंचाइज़ Agreement का कार्यकाल – 10 साल |

ट्रांजिशनल स्टोर के लिए फ्रैंचाइज़ Agreement का कार्यकाल – 5 साल |

भारत में डोमिनोस फ्रैंचाइज़ी लेने के लिए ट्रेनिंग ( Training for Domino‘s franchise) :

यदि कोई भी व्यक्ति भारत में domino ’s franchise लेना चाहता है , तो उसको लेने से पहले कंपनी का एक नियम होता है कि उसके पहले कंपनी उसे ट्रेनिंग देती है , और उसको कुछ दिन Domino ’s के अन्दर ट्रेनी की तरह काम करना पड़ेगा उसके बाद कंपनी Domino ’s की फ्रेंचाइजी देगी और कंपनी रेस्ट्रोरेन्ट को तैयार करने में उसके अन्दर पूरी मदद करती है जैसे डेकोरेशन और इंटीरियर सभी चीजो में मदद करती है |

प्रक्रिया या बनाने का तरीका (Process of making) :

वैसे तो डोमिनोस कंपनी अपने सभी फ्रैंचाइज़ी पर बना हुआ फ्रोजेन सामान देती है , हमें बस डीप फ्राई कर के , अच्छे से लगा कर सर्वे करना होता है।  लेकिन इसके लिए भी वो सबको अच्छे से ट्रेनिंग देती है , तभी सभी डोमिनोस के पिज़्ज़ा तथा फ्रैंच फ्राइज का स्वाद एक सा होता है।

फ्रेंचाइजी के रजिस्ट्रेशन के लिए कैसे अप्लाई करे (How to apply for franchise) :-

जैसा कि हम पहले भी बता चुके हैं कि भारत में , Domino ’s Pizza franchises, Jubilant Food Works limited के अंतर्गत आ रहे हैं इसका मतलब यह है कि अगर किसी को भी इस कंपनी की फ्रेंचाइजी लेनी है तो Jubilant Food Works limited के अंतर्गत ले सकता है , इसके लिए हमें निम्न स्टेप्स फॉलो करने होंगे : –

  • सबसे पहले आप Jubilant Food Works limited की अधिकारिक वेबसाइट  https://www.jubilantfoodworks.com/ पर जाये |
  • उसके बाद होम पेज pe Contact Us का आप्शन मिलेगा उसके उपर क्लिक करे |
  • टोल फ्री नंबर contact us page se mil jayega |
  • Toll free number par कॉल करके आप रजिस्ट्रेशन करवा सकते है |

मार्केटिंग (Marketing) : –

डोमिनोस को आजकल कौन नहीं जनता , इसका पिज़्ज़ा खाने के लिए लोग कभी भी तैयार हो जाते हैं।  डोमिनोज़ कि मार्केटिंग के लिए हम इसके जगह जगह बैनर्स लगवा सकते हैं, घरो में पम्पलेट्स बाँट सकते हैं।  हम अगर वात्सप्प ग्रुप पर हैं तो इसमें डाल सकते हैं अपना ऐड , इंस्टाग्राम पर स्टोरीज बना कर लोगो को बता सकते हैं कि हमने ये नया काम लिया है। 

डोमिनोस के लिए हमें बहुत खास मार्केटिंग करने कि जरुरत  नहीं होती क्यूंकि नाम तोह सभी ने सुन रखा है , बस पता बताना होता है कि हमने यहाँ खोला है तथा आपकी सर्विस के लिए तैयार हैं।

बिकने की सम्भावना व फायदा (Possibility of selling and profit) : –

जैसा कि हम जानते हैं कि डोमिनोस (Domino ‘s ) का अपने आप में एक बहुत बड़ा नाम है , हम अगर अच्छे से ट्रेंड हैं , हमारा स्टाफ ट्रेंड है , तो हम सब काम domino ‘s के हिसाब से ही होता  हैं , जैसा कि लोगो को पसंद आता है।  बस हमें एक अच्छे स्टाफ कि जरुरत होगी जोकि सबसे अच्छे से बात करे और ठीक से नियमानुसार काम कर के दे।

एक बात हमेशा याद रखें कि किसी भी व्यवसाय में फायदा होने में समय लगता है, जैसे जैसे लोग हमें जानने लगेंगे कि हमने डोमिनोस कि फ्रैंचाइज़ी ली हुई है , लोग आना शुरू हो जाएंगे और फायदा भी होना शुरू हो जाएगा। भले ही थोड़ा देर से हो , लेकिन होगा जरूर ।

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