Mushroom की खेती कैसे शुरू करे | How To Start Mushroom Farming Business

क्या आप अक्सर ये सोचा करते हैं कि आपका बिजनेस में इंट्रेस्ट तो है लेकिन आपको कोई ऐसा बिजनेस आइडिया मिल जाए, जिसमें इनवेस्टमेंट की लगत कम हो और प्रॉफिट का मार्जिन काफी ज्यादा हो? अगर ऐसा है और आप फार्मिंग से जुड़ा बिजनेस में इंटरेस्ट रखते हैं, तो आपके लिए मशरूम फार्मिंग बिजनेस बहुत अच्छा रह सकता है, क्योंकि इसमें खर्चा भी कम होता है और कुछ ही टाइम के अंदर अच्छा रिटर्न भी मिलना शुरू हो जाता है। मशरूम में चुनिंदे तापमान और वातवरण स्थिति में ग्रो करते हैं और इन्हें आप घर के अंदर और घर के बहार दोनों प्रकार से ग्रो कर सकते हैं।

इंडिया में भी मशरूम कल्टीवेशन और फार्मिंग को स्मॉल स्केल कंपनी की तरह देखा जाने लगा है और इंडिया में मशरूम का सबसे ज्यादा प्रोडक्शन करने वाले स्टेट्स में उत्तर प्रदेश, त्रिपुरा, केरला, उड़ीसा, हिमाचल प्रदेश, नागालैंड, पंजाब और तमिलनाडु शामिल है। जब इंडिया में मशरूम खाने के शौकीन भी बढ़ गए हैं तो मशरूम से मिलने वाले हेल्थ बेनिफिट्स को भी लोग ज्यादा से ज्यादा समझने लगे हैं। तो इसकी डिमांड बढ़ना तो नैचुरल है।

ऐसे में मशरूम फार्मिंग बिजनेस शुरू करना आपके लिए लाभदयक रह सकता है और इसमें आपके जल्दी ग्रो करने के चांसेज भी काफी ज्यादा बढ़ जाएंगे। इसलिए आपको इस बिजनेस आइडिया के बारे में ज्यादा से ज्यादा डिटेल्स ले लेनी चाहिए। इसीलिए आज के इस लेख में हम आपको बताने वाले हैं कि कैसे आप मशरूम फार्मिंग बिजनेस शुरू कर सकते हैं। इसलिए इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े ताकि आपके पास पूरी जानकारी आ जाए और आप इस बिजनेस आइडिया के बारे में अच्छे से सोच पाएं।

मशरूम और इसके फायदे।

मशरूम को अगर आप सब्जी समझते हैं तो आपको बता दें कि मशरूम सब्जी नहीं होता है। ये कोई सब्जी नहीं है बल्कि ये फंगी की एक स्पीशीज होती है। यानी मशरूम एक कवक होता है। यानी मशरूम फार्मिंग का मतलब फंगी ग्रो करने का बिजनेस हुआ लेकिन इसका अमेजिंग टेस्ट और हेल्थ के फायदे इसे बहुत से लोगों की डाइट में शामिल करा चुका है। इसमें ढेर सारे विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं और इसे खाने से हाई ब्लड प्रेशर नॉर्मल हो जाता है। इम्यून सिस्टम बूस्ट होता है।

वजन घटने में भी यह हेल्प करता है और अल्जाइमर, हार्ट डिसीज, कैंसर और डायबिटीज जैसी बीमारी के रिस्क को भी कम करता है। इसके अलावा मशरूम अपनी मेडिसिनल प्रॉपर्टीज, साइको एक्टिव प्रॉपर्टीज, बायोलॉजिकल रेमेडीज टेक्नीक्स में भी यूज के लिए जाना जाता है। इसलिए तो हेल्थ के लिए अवेयरनेस बढ़ने के साथ साथ मशरूम की डिमांड भी तेजी से बढ़ती ही जा रही है, जोकि इसका बिजनेस शुरू करने के लिए एक अच्छा साइन है।

मशरूम फार्मिंग की जानकारी।

हो सकता है कि आप मशरूम और फार्मिंग दोनों के बारे में थोड़ी जानकारी रखते हों, लेकिन अगर आप कम समय में अपने बिजनेस को सक्सेसफुल बनाना चाहते हैं तो पहले थोड़ा टाइम निकालकर मशरूम फार्मिंग के बारे में जानकरी प्राप्त कीजिए। इस एरिया की रिसर्च कीजिए और मशरूम कल्टीवेशन, साइंस एंड टेक्नोलॉजी की अध्यन करें। आप चाहे तो किसी एक्सपीरियंस आदमी से ये सारी जानकरी ले सकते हैं या फिर ऑनलाइन कोर्सेज के जरिए भी इस बिजनेस के लिए जरुरी जानकारी ले सकते हैं। मशरूम फार्मिंग के लिए बिना पैसे के भी कई ट्रेनिंग भी दिया जाता है। जिनसे आप मशरूम फार्मिंग सीख सकते हैं।

मशरूम फार्मिंग के लिए जगह का चयन।

मशरूम प्रोडक्शन के लिए बहुत बड़े एरिया की जरूरत नहीं पड़ती है, बल्कि आप एक छोटे से कमरे में ही एक यूनिट सेट कर सकते हैं और हर हफ्ते 50 किलोग्राम तक मशरूम तैयार कर सकते हैं। और जैसे जैसे आपका बिजनेस ग्रो करने लगे, आप इस एरिया को बढ़ा भी सकते हैं और रेंट पर लेकर ज्यादा प्रोडक्शन कर सकते हैं।

मशरूम फार्मिंग के लिए स्पॉन कलेक्शन करें।

मशरूम फार्मिंग की नॉलेज गेन करने के बाद और फार्मिंग लोकेशन सिलेक्ट करने के बाद आपको फार्मिंग शुरू करनी होगी और इसके लिए आपको मशरूम स्पॉन यानी एग्स लोकल मार्केट से खरीदने होंगे। अगर आपने इस फील्ड के बारे में अच्छे से जानकारी ले ली होगी, तो आप खुद भी एक स्टेराइल कल्चर में स्पॉन बना कर सकते हैं, ताकि आपका खर्चा और भी कम हो सके। अगर आप मशरूम स्पॉन खरीदना चाहते हैं तो इसका लिंक हमने नीचे दिया है जिस पर क्लिक करके इसे आप डायरेक्ट खरीद सकते हैं।

यहाँ से ख़रीदे = https://www.indiamart.com/proddetail/button-mushroom-spawn-7623619012.html

मशरूम फार्मिंग के लिए रॉ मटेरियल।

मशरूम कल्टीवेशन के लिए आपको इन सब चीजों की जरूरत होगी।

  • 3 से 6 रैक्स
  • स्टोरेज ड्रम
  • 25 से 30 गनी बैग
  • थर्मो हाइड्रो मीटर सैंड
  • वर्मी कंपोस्ट या खाद
  • स्ट्रॉ पॉलिथिन बैग्स
  • पौनिया मशरूम कल्चर

मशरूम फार्मिंग के लिए मैन पावर।

मशरूम कम खर्चा वाला प्रोडक्ट है, इसलिए इन्हें ज्यादा लेबर की जरूरत तो नहीं होती है। एक एकड़ मशरूम फार्म के लिए दो लेबर्स काफी है, जो मशरूम फार्मिंग से जुड़ा सभी काम संभालें। वहीं अगर आप मशरूम की फार्मिंग बड़े स्तर पर करना चाहते हैं तो आपको चार से पांच मजदूर या मैनपावर की जरूरत पड़ेगी।

मशरूम फार्मिंग के लिए मशरूम का चयन।

मशरूम की बहुत सारी स्पीशीज होती है जैसे मॉरेल, किंग ऑयस्टर, बटन, ब्लैक ट्रम्पेट, क्रेमिनी, शिमजी, चिकन ऑफ़ द वुड, शीतके, लाइंस माने, जाइंट पफ बॉल, पोट बेलो, ऑयस्टर आदि। इन सबकी अलग अलग कीमत  होती है। इसलिए आपको अपने बजट के के हिसाब से बेस्ट स्पीशीज का चयन करनी चाहिए। इनमें से इंडिया में ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले मशरूम हैं। बटन, ऑयस्टर और स्ट्रॉ।

मशरूम फार्मिंग करने का प्रॉसेस।

यह बटन मशरूम को ग्रो करने के प्रोसेस के बारे में जानते हैं।

  • कंपोस्ट बनाना पहला स्टेप है, कंपोस्ट नैचुरल भी हो सकती है, जैसे गेहूं का भूसा, गोबर, जिप्सम और कुक्कुट खाद जिन्हें आपस में मिलाकर कंपोस्ट यार्ड पर फैला दिया जाए और उसपर पानी डाल दिया जाए। जबकि सिंथेटिक कंपोस्ट बनाने के लिए यूरिया, जिप्सम, वीट स्ट्रॉ और अमोनियम नाइट्रेट या अमोनियम सल्फेट की जरूरत होगी और तैयार कंपोस्ट को ट्रे में भर दिया जाएगा।
  • स्पॉन दूसरा स्टेप है जिसमें माइसेल्फ को बेड में बोया जाता है। ट्रे में थोड़ा वॉटर स्प्रे करके उसे ढक दिया जाता है।
  • इसके बाद तीसरा स्टेप है केसिंग, जिसमें ट्रे को मिट्टी  की मोटी लेयर से कवर किया जाता है। इस मिट्टी को केसिंग साइल कहा जाता है। इसकी वॉटर होल्डिंग कैपेसिटी अच्छी होती है और नेक्स्ट स्टेप में हार्वेस्टिंग का टाइम आता है। यानी केसिंग के 15 से 20 दिन बाद मशरूम उगना शुरू हो जाते हैं और उन्हें मिट्टी  से अलग करके कलेक्ट किया जा सकता है।

इन्हें लंबे टाइम तक फ्रेश रखने के लिए गीले टॉवेल में कवर करके रखना चाहिए और 3 से 4 दिन से ज्यादा रेफ्रीजिरेटर में नहीं रखना चाहिए।

मशरूम फार्मिंग बिजनेस के लिए रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस।

मशरूम फार्मिंग करने के लिए आपको कुछ रजिस्ट्रेशन करवाना और लाइसेंस लेना बहुत जरूरी होता है, जिससे आगे चलकर आपका बिजनेस में कोई भी दुविधा या परेशानी ना आ सके।

  • जीएसटी रजिस्ट्रेशन
  • एफएसएसएआई रजिस्ट्रेशन
  • ट्रेड लाइसेंस

मशरूम फार्मिंग बिजनेस में मशरूम को कैसे और कहाँ बेचे।

मशरूम की प्राइस काफी ज्यादा होती है क्योंकि इसकी सप्लाई काफी कम होती है। ऐसे में आप कम दाम पर मशरूम सेल करके प्रॉफिट कमा सकते हैं और मशरूम को अपनी डाइट में शामिल करने के लिए लोगों को आकर्षित भी कर सकते हैं। इसमें आपकी मार्केट रिसर्च और मशरूम फार्मिंग लर्निंग मदद करेगी। आप एक ऑनलाइन स्टोर भी शुरू कर सकते हैं। आप इन्हें होटेल्स, मेडिसिन मैन्यूफैक्चरिंग कंपनी, चाइनीज फूड रेस्ट्रॉन्ट में भी डिलीवर कर सकते हैं और इन्हें एक्सपोर्ट भी कर सकते हैं।

मशरूम फार्मिंग बिजनेस में लागत और मुनाफा।

अगर आप मशरूम फार्मिंग बिजनेस बड़े स्तर पर शुरू करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको ₹30,000 से ₹70,000 की जरूरत पड़ेगी लेकिन अगर आप इस छोटे एरिया से शुरू करना चाहते हैं तो इसमें आपको ₹15,000 से ₹20,000 की जरूरत पड़ेगी। इतने पैसे में आप मशरूम फार्मिंग करने के लिए सारे इंतजाम कर सकते हैं।

वही मशरूम फार्मिंग बिजनेस में अगर कमाई का बात किया जाए तो आपको बता दे की मशरूम की 1 किलो मशरूम 25 से 30 रुपया में आसानी से उगाया जा सकता है। वही मार्केट में बढ़िया क्वालिटी के मशरूम का दाम ₹250 से ₹300 प्रति किलो होता है। इस हिसाब से अगर देखा जाए तो मशरूम फार्मिंग बिजनेस में 10 गुना से ज्यादा मुनाफा है। आप मशरूम फार्मिंग बिजनेस शुरू करके महीने का लाखों रुपया बहुत आसानी से कमा सकते हैं।

निष्कर्ष:

दोस्तों पर दिए गए लेख में हमने आपको मशरूम फार्मिंग बिजनेस कैसे करें इससे जुड़ी पूरी जानकारी को बताया है। अगर आप एक खेती से जुड़ा बिजनेस शुरू करना चाहते हैं तो मशरूम की खेती आपके लिए सबसे लाभदायक बिजनेस साबित हो सकता है। मशरूम मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभदायक होता है और साथ ही अगर इस बिजनेस के रूप में किया जाए तो इसमें मुनाफा भी बहुत ज्यादा है।  दोस्तों उम्मीद करता हूं कि इस लेख से आपको अच्छी जानकारी मिली होगी और साथ ही यह लेख आपको पसंद आया होगा। इस लेख को पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद।

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