शर्ट बनाने का बिज़नेस कैसे करें | Shirt making business plan in Hindi

पहले के समय में लोगों के द्वारा पहनी जाने वाली पोशाक कुछ गिनी चुनी ही हुआ करती थी लेकिन आज के दौर में कई तरह के स्टाइलिश कपड़ो का प्रचलन हुआ है | आज लोगो के द्वारा पश्चिमी संस्कृति के अनुरूप पहनावा बदल लिया गया है | कपड़े कई प्रकार के धागे से बनते है जैसे सूती, उनी और रेशमी जैसे ये कपड़े भिन्न भिन्न रूप में बनते है ठीक उसी प्रकार ये कपड़े भी अलग अलग मौसम और त्यौहार के अनुरूप पहनते है |

फैशन के इस युग में जहाँ सब लोग अच्छा दिखने के लिए तरह तरह के कपडे पहनते हैं, वही शर्ट (Shirt) ने अपना एक अलग ही मुकाम कायम किया हुआ है।  शर्ट एक ऐसी चीज है जिस को लड़के व लड़किया दोनों ही पहन सकते हैं रोज़ाना में भी, शादियों में कोट के नीचे  पहनने में भी, स्कूल में भी, ऑफिस में भी, आजकल तो लड़किया भी जो नौकरी करती है वो फॉर्मल ड्रेस के अंतर्गत शर्ट व पैंट ज्यादा पहनती है।

Shirt एक रोज़ाना इस्तेमाल होने वाली चीजों में आती  है, और इसकी डिमांड साल के १२ महीने अच्छी खासी रहती है । shirt को बना कर बेचना भी व्यवसाय (business) का एक अच्छा खासा विकल्प हो सकता है, क्यूंकि इसकी डिमांड बहुत ही बढ़ती जा रही है और कभी कम होगी ही नहीं ।  इसे आप सदाबहार बिज़नेस की श्रेणी में रख सकते हैं। 

बाकि सभी बिज़नेस की तरह ही इस व्यापार को शुरू करने के लिए भी कुछ चीजों की जरुरत रहती है। वैसे तो यह आप पर निर्भर करता है के आप कितना बड़ा व्यापार शुरू करना चाहते है। अगर छोटा चाहते हैं बहुत ज्यादा सामान की जरुरत नहीं पड़ती परन्तु यदि बड़ा बिज़नेस चाहते हैं तो ज्यादा इन्वेस्ट करके यह काम शुरू कर सकते  है। 

यहाँ पर shirts को बना कर बेचने के लिए सभी जरुरी जानकारियां दी जा रही हैं, आप उनकी मदद से कम बजट में काम शुरू कर सकते हैं | इसको पढ़ने के लिए हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ें।  इसका काम शुरू करने से पहले हमें निम्न बातों का ध्यान रखना होगा :

  • कुल लागत ( total Investment )
  • लोकेशन ( Location )
  • लाइसेंस ( License )
  • रॉ मटेरियल ( Row material )
  • मशीन ( Machines )
  • प्रक्रिया या बनाने का तरीका ( Process)
  • पैकेजिंग ( Packaging )
  • बिज़नेस प्लान and मार्केटिंग ( Business plan and marketing )
  • कर्मचारी की नियुक्ति ( Selection/hiring of manpower )
  • बिकने की सम्भावना व फायदा  ( Possibility of selling and profit )

अब हम सभी चीजों के बारे में विस्तार से बताएँगे । 

Shirt को बनाने का बिज़नेस के लिए लागत(Investment for shirt making business):

गर्मी में कॉटन शर्ट्स अन्य कपड़ों से अधिक आराम पहुंचाते है, अतः अधिकांश लोग गर्मी में कॉटन के कपडे पहनना ही पसंद करते हैं| सर्दियों में बढती सर्दी की वजह से लोग उनी कपड़ों को पहनना ज्यादा पसंद करते है|  इस समय होलसेल अथवा रिटेल में शर्ट्स का व्यापार करके ख़ूब लाभ कमाया जा सकता है |

कैसा भी बिजनेस हो फिर वह चाहे बड़े स्तर का हो या छोटे स्तर का उनको शुरू करने से पहले उनसे संबंधित सभी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है | इस व्यापार के लिए आपके पास क्या क्या होना चाहिए | इस सब में आप कितना इन्वेस्ट करेंगे और उसके बाद इस से आप कितना मुनाफा कमाएंगे इत्यादि |

यदि जमीन किराये पर लेते है या खरीदते है तो उसके अन्दर ज्यादा इन्वेस्टमेंट  करनी पड़ती है | इनके बाद इस बिज़नेस को अच्छे लेवल पर शुरु करने के लिए मशीन खरीदनी पड़ती बिल्डिंग बनानी पड़ती है जिसके अन्दर मशीन लगेगी और स्टॉक रखने के लिए सभी चीज के लिए बिल्डिंग फिर बिजली, पानी की सुविधा और कच्चा माल व् वाहन सभी के लिए अलग अलग इन्वेस्टमेंट करनी पड़ती है | 

वैसे अगर हम चाहते हैं कि हम बड़ा काम शुरू करे और इतने पैसे नहीं है तो हम ये काम लोन ले कर भी शुरू कर सकते हैं।  हमारे पास वो प्रावधान भी है। यहाँ मुख्य खर्च हमारा मशीन का ही है।

कुल खर्च : लगभग 15-20 लाख रु

Shirts को बनाने के बिज़नेस के लिए लोकेशन (Location for shirts making business):  

किसी भी बिजनेस में जगह का निर्धारण और कम या ज्यादा जगह का होना एक बहुत ही अहम् हिस्सा होता है इसलिए आपको इसके बारे में बिजनेस करने से पहले पूर्व अनुमान लगा लेना चाहिए | आज की हमारी पोस्ट shirts के बिजनेस से सम्बन्धित है तो इसमें आपको इसके लिए जगह का निर्धारण इस बिजनेस से संबंधित मशीनों , ट्रांसपोर्ट के लिए पार्किंग , माल को स्टॉक करके रखने के लिए जगह आदि  को सोच कर बिल्डिंग का निर्माण करना अथवा लेनी चाहिए |

बड़े लेवल पर यह काम करने के लिए थोड़ी और भी ज्यादा ज्यादा जमीन की जरुरत पड़ सकती है और वो भी हमारे ऊपर ही निर्भर करता है के हम कितना बड़ा काम शुरू करना चाहते हैं। जिसमे की मशीन भी आ जाएगी तथा पैकिंग का काम भी हो जाएगा।

अगर हम जगह थोड़े शहर के बीच में लेते हैं तो हमारी जमीन थोड़ा महंगी तो आएगी लेकिंग हमारी थोड़ी मार्केटिंग भी साथ साथ ही हो जाएगी,लोगो को पता लगने लगेगा के यहाँ shirts बनती हैं , जिनको संपर्क करना होगा, वो हमसे डायरेक्ट भी कर सकते हैं।  तथा अगर हम जमीन शहर से दूर ले रहे हैं तो वैसे तो सस्ती आ जाएगी लेकिन  वाहन का खर्च भी और जुड़  जाएगा।

Electricity and water facility for this Business :- किसी भी बिजनेस को शुरू करने के लिए कुछ घटक होते है जिनके बिना बिजनेस को शुरू नहीं किया जा सकता है जैसे की बिजनेस के लिए जमीन और मशीन जरूरी है ठीक उसी प्रकार आप कोई भी दूकान करते है , प्लांट लगाते है , फैक्ट्री लगाते है या फिर आप कोई भी बिजनेस करते है तो वहाँ पर बिजली , पानी और सडको का बहुत महत्पूवर्ण हिस्सा है | इसलिए आपको अपने बिजनेस में फैक्ट्री के लिए बिजली , पानी की सुविधा का होना बहुत आवश्यक है |  

Shirts बनाने के बिज़नेस के लिए लाइसेंस (License for shirts making business) :

कोई भी बिज़नेस शुरू करने से पहले हमें उसका कोई नाम या ब्रांड सोचना होता है , उसके लिए हमें कुछ रजिस्ट्रेशन करने होते है।  जिनकी जानकारी हम आपको दे रहे हैं :

  • व्यापार लाइसेंस
  • Business PAN Card

और साथी ही जीएसटी नंबर भी लगेगा जो किसी भी व्यवसाय को शुरू करने के लिए सबसे अनिवार्य चीज है |

इसके साथ ही हमें कुछ और कागजो की जरुरत पद सकती है जैसे के आधार कार्ड, पैन कार्ड , Voter ID card , राशन card, बिजली का बिल , बैंक अकाउंट की  details, हमारा एक पासपोर्ट साइज फोटो, email ID, फ़ोन नंबर बाकि प्रूफ भी| हमें ये सब भी तैयार रखने होंगे |

ये सभी चीजें हमें व्यापार शुरू करने से पहले तैयार करा लेनी चाहिए ताकि सब काम हमारा सरकार की नज़रो में हो तथा कुछ भी काम करते हुए कोई अड़चन न आये । 

Shirts बनाने के लिए कच्चा माल(Raw material for shirts making  business):

किसी भी व्यापार (Business)का उद्देश्य कम पैसे लगा कर ज्यादा मुनाफा कमाना होता हैं । अतः हमें सामान वहां से खरीदना चाहिए जहाँ से सस्ता व अच्छा मिले । लेकिन हमें ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में खराब कच्चा माल भी नहीं लेना चाहिये,  नहीं तो हमारे सामान की क्वालिटी अच्छी नहीं होगी व सामान लोगो को पसंद भी नहीं आएगा।

जहाँ तक शर्ट की बात है वैसे तो बहुत तरह के मटेरियल की आती है लेकिन ज्यादातर लोग कॉटन की शर्ट ज्यादा पहनना पसंद करते हैं। कॉटन की शर्ट में लगभग ५ % पॉलीस्टर मिली होती है।  उसका सब सामान बाजार से आसानी से मिल जाता है।

अगर हम ऑफलाइन किसी वजह से नहीं खरीद पा रहे हैं तो हम इसको ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। बस गूगल (Google) पर टाइप करना हैं, और इसके सभी लिंक हमारे सामने आ जाएंगे। फिर जहाँ से भी कम कीमत पर मिल रहा है, वहां से ऑनलाइन आर्डर कर के इसका सब सामान आसानी से मंगवा सकते हैं। आजकल तो सब सामान ऑनलाइन ही मिल जाता है, तथा कोरोना के इस दौर में बाहर भी निकलना नहीं होता , जोकि हमारे लिए अच्छा ही है।

Shirt बनाने के लिए आवश्यक मशीने (Shirts making machines) :

शर्ट को बनाने का काम करने के लिए कई सारी मशीनों की जरुरत पड़ती है, जोकि निम्न लिखित है :

  • फैब्रिक चेकिंग मशीन – इस मशीन का उपयोग कपड़े की गुणवत्ता देखने के लिए किया जाता है।
  • कटिंग मशीन – स्वचालित kapda काटने की मशीन
  • इंटरलाइनिंग फ़्यूज़िंग मशीन – शर्ट के कॉलर और कफ घटक फ़्यूज़िंग के लिए इस मशीन का उपयोग किया जाता है।
  • सिलाई मशीन (असेंबलिंग मशीन) – शर्ट के पुर्जों की सिलाई के लिए विभिन्न प्रकार की सिलाई मशीनों का उपयोग किया जाता है। जैसे कि सिंगल नीडल लॉकस्टिच मशीन, फीड ऑफ आर्म, ओवर लॉक, डबल नीड लॉक स्टिच मशीन आदि।
  • Automatic कॉलर और कफ stiching मशीन – automatic collar cuff silai k liye machina ka use kiya jata hai
  • कॉलर और कफ टर्निंग मशीन – शर्ट के कॉलर और कफ को रन-स्टिच या प्रोफाइल स्टिच के बाद चालू करना होगा। यह प्रक्रिया हाथ से, या कॉलर और कफ टर्निंग मशीन का उपयोग करके की जा सकती है। यहां तक ​​कि यह ऑपरेशन स्वचालित वर्कस्टेशन का उपयोग करके स्वचालित रूप से किया जा सकता है।
  • स्वचालित पॉकेट सेटिंग मशीन –शर्ट की छाती पर संलग्न स्वचालित शर्ट की जेब उपलब्ध है।
  • बटन अटैच करने वाली मशीन – शर्ट के सामने की जेब, कॉलर और कफ पर बटन लगाने के लिए।
  • बटनहोलिंग मशीन – सामने की जेब, कफ और कॉलर पर बटनहोल बनाने के लिए इस मशीन का उपयोग किया जाता है। बटनहोलिंग ऑपरेशन के लिए स्वचालित वर्कस्टेशन उपलब्ध है।
  • कढ़ाई लोगो सिलाई मशीन – आपने शर्ट के चेस्ट पॉकेट पर ब्रांड लोगो देखा होगा। उस कढ़ाई का लोगो लोगो सिलाई मशीन का उपयोग करके घर में बनाया जा सकता है।

ये मशीने हम ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों ही तरीको से खरीद सकते हैं।

जहाँ तक मशीन चलाने की बात है तो नेट , यूट्यूब पर बहुत सारी videos उपलब्ध हैं, मगर जब हम यह मशीन खरीदते हैं , तभी डीलर से हमें उसका डेमो देख लेना चाहिए, और इसकी सभी जानकारी ले लेनी चाहिए, की इसको चलते कैसे हैं, इसकी साफ़ सफाई कैसे की जाती है, इत्यादि।

ध्यान रहे, जितना हम मशीनों की, इसके सामान की साफ़ सफाई रखेंगे , इतना ही यह सब सामान लम्बे समय तक नए जैसा अच्छा चलेगा। साफ़ सफाई अच्छे  से करने से मशीनो की  life बढ़ती है।

Shirts बनाने का तरीका / प्रक्रिया (Shirt making process) :

शर्ट बनाने की प्रक्रिया निम्न लिखित है :

  • सबसे पहले फैब्रिक चेकिंग मशीन का उपयोग कपड़े की गुणवत्ता मानकों के लिए शर्ट के घटकों को काटने से पहले कपड़ों की जांच के लिए किया जाता है।
  • उसके बाद कटिंग मशीन  के द्वारा शर्ट की कटाई की जाती है।  उसके बाद इंटरलाइनिंग फ़्यूज़िंग मशीन के द्वारा कॉलर और कफ घटक फ़्यूज़िंग का काम किया  जाता है।
  • इसके बाद सिलाई मशीन (असेंबलिंग मशीन) के द्वारा शर्ट की सिलाई होती है।
  • Automatic कॉलर और कफ stiching मशीन – automatic collar cuff silai k liye machina ka use kiya jata hai
  • इसके बाद कफ बी collar लगाए जाते हैं , फिर सामने की पॉकेट।
  • इसके बाद बटन अटैच करने वाली मशीन के द्वारा सामने की जेब, कॉलर और कफ पर बटन लगए जाते हैं।
  • बटनहोलिंग मशीन – सामने की जेब, कफ और कॉलर पर बटनहोल बनाने के लिए इस मशीन का उपयोग किया जाता है।
  • सबसे बाद में शर्ट का लोगो कढ़ाई लोगो सिलाई मशीन के द्वारा बनाया जाता है। ।

यह सब काम होने के बाद हमारा पैकिंग का काम शुरू होता है।   

Shirts की पैकेजिंग (Packaging of shirts):

Shirts बन जाने के बाद इसकी पैकिंग की जाती है| हमें इसकी पैकिंग पर विशेष ध्यान देना होगा । हम अच्छी सी पॉलिथीन या डब्बो में इसको पैक करते है।  याद रहे, जितनी अच्छी पैकिंग होती है , उतना ही हमारा सामान ग्राहक को लुभाता है।  इसलिए पैकिंग का अच्छा होना बहुत ज्यादा जरुरी है।

Shirts बनाने का बिज़नेस प्लान व मार्केटिंग (Business plan and marketing of shirts):

हमारा काम चाहे कैसा भी हो, छोटा या बड़ा, उसका एक प्लान होना जरुरी है| हमें एक लक्ष्य रखना होगा के हम आने वाले ३ महीनो में इतना व्यापार  कर लेंगे या इतना सामान बना कर बेचेंगे |उसके बाद हमें उसका मूल्यांकन करना होता है, उसको देखना होता है के हम अपने प्लान के अनुसार चल रहे हैं कि नहीं।  अगर कम चल रहे हैं तो हमें उस बात पर ध्यान देना होगा कि कम क्यों है तथा उसकी मार्केटिंग बढ़ानी होगी। हमें शुरू में थोड़ी दिक्कत आ सकती है,क्योंकि मार्किट में पहले से ही सामान दूसरी कंपनी बेच रही होती है, हमें अपना सामान सबको समझा कर , उसकी सभी खूबिया बता कर मार्केटिंग करनी होगी| हम फेसबुक तथा इंस्टाग्राम पर भी अपना ऐड कर के अपने प्रोडक्ट के बारे में बता सकते है| हमारे सभी फोलोवर्स को हमारे सामान के बारे में पता चलेगा तथा वो हमसे सामान खरीद सकते है| हम अपने वात्सप्प ग्रुप पर भी अपने सामान का ऐड कर सकते है.आजकल जरुरी नहीं है के सामान की मार्केटिंग घर घर जा कर ही की जा सके, आजकल सब घर बैठे भी हो सकता है| आप इसकी मार्केटिंग के लिए इसके कार्ड भी बनवा सकते है 

व्यवसाय के लिए कर्मचारी की नियुक्ति (Hiring manpower/ workers for business) :

अगर हमें लगता है के हमें कम थोड़े बड़े लेवल पर करना है तो हमें कर्मचारी भी रखने होंगे | अगर हम एक्सपेरिएंस्ड कर्मचारी रखेंगे तो हमें फायदा होगा परन्तु उनकी फीस थोड़ी ज्यादा होगी तथा हमारा बजट थोड़ा कम है तोह हम फ्रेशर्स को रख सकते हैं तथा उनको ट्रेंड कर सकते हैं लेकिन उसको सिलाई करनी अवश्य ही आनी चाहिये । अगर आप छोटे scale pe kaam karte hai to bas 8 se 10 logo me kaam shuru kar sakte hai aur yadi aap बड़े scale पर बिजनेस shuru करते है तो aapko  20 se 30 लोगों की आवश्यकता होगी तथा एक सुपरवाइजर की ज़रूरत  है|  कई लोग समझते हैं की superviser को रखना जरुरी नहीं होता, लेकिन अगर सभी काम करेंगे तो  उनके काम को देखने के लिए कोई नहीं रहेगा. कर्मचारी मशीन को चलने तथा पैकिंग वगैरह सब देखने के लिए तथा सुपरवाइजर उसके काम का निरीक्षण परीक्षण करने के लिए।

Shirts के बिकने की सम्भावना व फायदा (Possibility of selling and profit):

एक नयी कंपनी का सामान बेचने के लिए थोड़ी मशक्क्त तो करनी ही पड़ती है। लेकिन जिस हिसाब से shirts की मांग है, हमारी shirts आराम से बिक जाएंगे । बाकि यह बहुत हद तक हमारी मार्केटिंग, तथा इसके ऐड पर निर्भर करता है कि हम कितनी मार्केटिंग पर मेहनत कर रहे हैं|

ज्यादा मार्केटिंग करने से सामान ज्यादा बिकता है | किसी भी काम को शुरू में काम लाभ होता है, तथा जैसे जैसे समय बढ़ता है, लोग हमारे प्रोडक्ट को पहचानने लगते है, एवं फायदा भी बढ़ने लगता है | आप इसके लिए होल सेलर के पास इनामी कूपन के साथ इसकी बिक्री करवा सकते है जिस से की इसकी मार्केटिंग को फायदा होगा और आपके  प्रोडक्ट के ज्यादा बिकने की सम्भावना होगी , और हमारी शर्ट्स बिकेंगी तो फायदा होगा ही होगा।

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