पेपर प्लेट बनाने का बिज़नेस कैसे करें | Paper plate making business in Hindi

पेपर प्लेट एक ऐसी चीज है जिसका इस्तेमाल daily use में बहुत सारी चीजों में होता है । प्रसाद देना जैसे काम से ले कर किसी को भोजन करने तक में हम पेपर प्लेट का इस्तेमाल करते हैं । जब हम घर से बाहर होते हैं तथा घर के स्टील व कांच के बर्तन वहां नहीं ले जा सकते या ले जाना चाहते तो पेपर प्लेट सबसे अच्छा विकल्प है। इसके इस्तेमाल के बाद हम इसको फेक देते हैं, इसको साफ़ करने की जरुरत नहीं रहती ।पिकनिक पर इसी प्लेट में खाना खाना अच्छा रहता है। छोटे बच्चो के जन्मदिन पर भी, जब मेहमान ज्यादा हो , और हम चाहते हो कि इतने बर्तन न साफ़ करने पड़े तो पेपर प्लेट ही इस्तेमाल करना सबसे अच्छा रास्ता होता है ।और इसको इस्तेमाल करने से किसी भी प्रकार का प्रदुषण भी नहीं फैलता है. जैसे की नाम से ही समझ में आता है की यह प्लेट कागज़ की बनी होती है । कागज़ की होती है तो इसमें कुछ वजन भी नहीं होता है, बहुत ही हलकी सी होती हैं ,इसका इस्तेमाल करना वातावरण की दृष्टि से भी अच्छा है, इसको हम  re-use कर सकते हैं ।

पेपर प्लेट की डिमांड साल के १२ महीने अच्छी खासी रहती है । यह सभी सीजन में समान रूप से बिकती है, क्योंकि पूरे साल कोई न कोई त्यौहार या कोई प्रोग्राम आता ही रहता है, और हर प्रोग्राम में मेहमान आते ही रहते हैं , तब पेपर प्लेट की डिमांड बढ़ जाती है । शादि/party के समय पर तो bahut jyada मांग बढ़ जाती है।

पेपर प्लेट को बेचना भी व्यवसाय का एक अच्छा खासा विकल्प हो सकता है, क्यूंकि इसकी डिमांड बहुत ही बढ़ती जा रही है ।

पेपर प्लेट को बना कर बेचने का बिज़नेस कैसे शुरू करें, इसमें कितना खर्च आएगा, इसका सामान कैसे व कहाँ से खरीदे। आज के इस लेख में हम आपको ये सब विस्तार से बताएँगे।

यह business हम कम पैसो की सहायता से भी शुरू कर सकते हैं। अगर आप low budget इन्वेस्टमेंट वाला business चाहते हैं तो paper plate making business एक अच्छा विकल्प है, एवं इसका व्यापर करना एक अच्छा खासा मुनाफा दे सकता है|

जैसे हमारे घर की प्लेटें होती हैं, वैसे ही पेपर प्लेट भी विभिन्न आकर व साइज में आती हैं। अतः किसी भी तरह की पेपर प्लेट बना कर उसका व्यापार आसानी से किया जा सकता है।

बाकि बिज़नेस की तरह ही इस व्यापार को शुरू करने के लिए भी कुछ चीजों की जरुरत रहती है। वैसे तो यह आप पर निर्भर करता है के आप कितना बड़ा व्यापर शुरू करना चाहते है। अगर छोटा चाहते हैं बहुत ज्यादा सामान की जरुरत नहीं पड़ती परन्तु यदि बड़ा बिज़नेस चाहते हैं तो थोड़ा ज्यादा पैसा लगा कर भी यह काम शुरू किया जा सकता है। 

यहाँ पर paper plates को बना कर बेचने के लिए सभी जरुरी जानकारियां दी जा रही हैं, आप उनकी मदद से कम बजट में काम शुरू कर सकते हैं| इसको पढ़ने के लिए हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ें । 

पेपर प्लेट बनाने का बिज़नेस | Paper plate making business hindi

अब हम सभी चीजों के बारे में विस्तार से बताएँगे .

Table of Contents

पेपर प्लेट को बनाने का बिज़नेस के लिए इन्वेस्टमेंट (Investment for paper plates making business)

पेपर प्लेट के बिज़नेस को शुरू करना हमारे ऊपर ही निर्भर करता है कि हम कितना बड़ा बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं । अगर हम इसको थोड़े छोटे लेवल पर शुरू करते हैं तो हमारा काम कम पैसो में भी हो जाता है, बस हमें मशीन व कच्चा माल का खर्च आएगा । तथा अगर हम इसका बड़ा बिज़नेस करना चाहते हैं तो बड़े लेवल पर ज्यादा पैसे लगा कर हम इसको शुरू कर सकते हैं । इस बिज़नेस को ठीक ठीक लेवल पर शुरू करने के लिए हमें कई चीजों की जरुरत पड़ती है : जैसे के मशीन , कच्चा माल, बिल्डिंग ,जमीन तथा छुट पुट के भी थोड़े और खर्चे हो सकते हैं । हम आपको इन खर्चो के बारे में विस्तार से बताते हैं ।

पेपर प्लेट बनाने की २ तरह की मशीन आती हैं. हस्त चलित व स्वचालित . अगर हम कम पैसो में काम शुरू करना चाहते हैं तो हस्त चलित मशीन हमारे लिए ठीक है. उसकी कीमत लगभग २०,००० /- रु होगी. और यदि हम पूर्णतया स्वचालित मशीन लेते हैं तो  वही उसकी कीमत बढ़ कर लगभग ४०,०००- ५०,००० /- रु हो जाती है. मशीनों की पूरी जानकारी हम आगे विस्तार से बताएंगे .

पेपर प्लेट बनाने के बिज़नेस के लिए लोकेशन (Location for paper plate making business)

छोटे लेवल पर हम एक ही मशीन लगा कर पेपर प्लेट बनाने का व्यवसाय आरम्भ कर सकते हैं जोकि हम अपने घर से भी शुरू कर सकते हैं हमारा घर चाहे शहर में हो या गांव में, हम अपना काम कही से भी शुरू कर सकते हैं। 

हाँ, बड़े लेवल पर यह काम करने के लिए थोड़ी ज्यादा जमीन की जरुरत पड़ सकती है और वो भी हमारे ऊपर ही निर्भर करता है के हम कितना बड़ा काम शुरू करना चाहते हैं। जिसमे की मशीन भी आ जाएगी तथा पैकिंग का काम भी हो जाएगा। अगर हमारे पास इसके ऑफिस के लिए इतनी बड़ी कोई जगह नहीं है तो हम जगह किराए पर भी ले सकते हैं| किराए पर लेने से पहले हम rent agreement जैसी कुछ बातो का ध्यान रखना होगा |

और अगर हम जमीन ले ही रहे हैं , तो ध्यान रहे हम जमीन भीड़ वाली जगह पर लें, ताकि लोगो को ज्यादा से ज्यादा पता चले के यहाँ पर भिन्न भिन्न तरह की पेपर प्लेट्स बनाई जाती हैं.

पेपर प्लेट बनाने के बिज़नेस के लिए लाइसेंस (License for paper plates making business)

कोई भी व्यापर शुरू करने से पहले हमें उसका कोई नाम या ब्रांड सोचना होता है , उसके लिए हमें कुछ रजिस्ट्रेशन करने होते है।  जिनकी जानकारी हम आपको दे रहे हैं :

  • व्यापर का पंजीकरण
  • business PAN card
  • उद्योग आधार एमएसएमई पंजीकरण
  • License from local authority
  • GST नंबर

इसके साथ ही हमें कुछ और कागजो की जरुरत पद सकती है जैसे के आधार कार्ड, पैन कार्ड(PAN card),वोटर कार्ड(Voter ID card), rashion card, बिजली का बिल , बैंक अकाउंट की  details, हमारा एक पासपोर्ट साइज फोटो, email ID, फ़ोन नंबर बाकि प्रूफ भी| हमें ये सब भी तैयार रखने होंगे|

ये सभी चीजें हमें व्यापार शुरू करने से पहले तैयार करा लेनी चाहिए ताकि सब काम हमारा सरकार की नज़रो में हो तथा कुछ भी काम करते हुए कोई अड़चन न आये.

पेपर प्लेट बनाने के लिए कच्चा माल (Raw material for paper plates making business)

किसी भी व्यापार का उद्देशय कम पैसे लगा कर ज्यादा मुनाफा कमाना होता हैं. अतः हमें सामान वहां से खरीदना चाहिए जहाँ से सस्ता व अच्छा मिले. पेपर प्लेट बनाने के लिए निम्न लिखित सामान की जरुरत होती है:

  • अच्छी क्वालिटी का प्रिंटेड PE पेपर : ३०-४० रु प्रति किलोग्राम
  • बॉटम रील : ४० रु प्रति किलोग्राम
  • अन्य जरुरी सामान

हम दुकान पर जा कर भी इन सामानो को मोल भाव कर के कम दाम में खरीद सकते हैं। हॉल सेल में खरीदेंगे तो और भी कम कीमत में हम इसको ले सकते है। 

अगर हम ऑफलाइन किसी वजह से नहीं खरीद पा रहे हैं तो हम इसको ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। बस गूगल पर टाइप करना हैं, और इसके सभी लिंक हमारे सामने आ जाएंगे। फिर जहाँ से भी कम कीमत पर मिल रहा है, वहां से ऑनलाइन आर्डर कर के इसका सब सामान आसानी से मंगवा सकते हैं। आजकल तो सब सामान ऑनलाइन ही मिल जाता है, तथा कोरोना के इस दौर में बाहर भी निकलना नहीं होता ।

पेपर प्लेट बनाने की मशीन (paper plates making machine)

पेपर प्लेट बनाने की मशीने भी कई तरह की आती हैं. जैसे कि हस्त चलित व स्वचालित . वह हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हमें कैसी मशीन चाहिए।

वैसे तो पेपर प्लेट बनाने का सारा काम मशीन ही कर देती है ।इसलिए अगर हमारे पास पैसो का कोई झंझट नहीं है तो  हम fully automatic मशीन खरीद सकते हैं। लेकिन अगर हम यह काम कम पैसो में करना चाहते हैं तो छोटी व semi automatic मशीन ले सकते हैं ।

इसकी मशीने भी कई तरह की आती है, जिनकी कीमत भी अलग अलग है. हम अपने बजट के अनुसार मशीन ले कर काम शुरू कर सकते हैं।

  • हस्तचालित मशीन : ९०००-२५००० रु
  • सिंगल डाई स्वचालित मशीन : लगभग ३०००० रु
  • डबल डाई स्वचालित मशीन : लगभग ५५००० रु

यह मशीन हम ऑफलाइन व ऑनलाइन दोनों तरीको से खरीद सकते हैं। ऑफलाइन तो हमें अगर इसकी दुकान या बाजार पता है तो जा कर ली जा सकती है. एवं वो डीलर अगर जानने वाला हुआ तो और भी कम दाम में हम यह खरीद सकते हैं।

ऑनलाइन खरीदने के लिए हम बस गूगल पर टाइप करेंगे तो इसके सभी लिंक खुल जाएंगे ।वहां से सभी मशीनों के दाम को compare कर के हम कम दाम वाली मशीन आसानी से खरीद सकते हैं। और यह मशीन आसानी से मार्किट में मिल जाएगी।

जहाँ तक मशीन चलाने की बात है तो नेट , यूट्यूब पर बहुत सारी videos उपलब्ध हैं, मगर जब हम यह मशीन खरीदते हैं , तभी डीलर से हमें उसका डेमो देख लेना चाहिए, और इसकी सभी जानकारी ले लेनी चाहिए, की इसको चलते कैसे हैं, इसकी साफ़ सफाई कैसे की जाती है, इत्यादि।

ध्यान रहे, जितना हम मशीनों की, इसके सामान की साफ़ सफाई रखेंगे , इतना ही यह सब सामान लम्बे समय तक नए जैसा अच्छा चलेगा।साफ़ सफाई अच्छे  से करने से मशीनो की  life बढ़ती है।

पेपर प्लेट बनाने का तरीका / प्रक्रिया (paper plate making process)

पेपर प्लेट को बनाने के मुख्या रूप से ३ steps हैं। उन तीनो स्टेप्स को follow कर के हम पेपर प्लेट आराम से बना सकते हैं. जोकि निम्न लिखित हैं :

  • पहले स्टेप में हमें जिस साइज की प्लेट चाहिए उतना बड़ी plate सही से काट ले। प्लेट का आकर मशीन की डाई जितना बड़ा होता है। अतः जितनी बड़ी डाई लगाई है, उतनी बड़ी ही प्लेट काटें नहीं तो बाहर का बचा हुआ भाग खराब जाएगा. और प्लेट फिर सुन्दर भी नहीं दिखेगी।
  • एक हस्तचालित मशीन में २ डाई होती है, तथा एक डाई एक बार में ११ प्लेट्स बना सकती है, इस प्रकार एक बार में हम २२ प्लेटों को तैयार कर सकते  हैं। पेपर की क्वालिटी इसकी GSM पर निर्भर करती है , ज्यादा GSM के लिए ज्यादा पैसे लगते हैं तथा प्लेट भी बढ़िया क्वालिटी की बनती है।
  • तीसरे व आखिरी स्टेप में प्लेट की किनारी तैयार होती हैं । मशीन का लीवर गिराने पर डाई प्लेट्स पर गिर जाती है और किनारी अच्छे से बन जाती है।

इस प्रकार तीन चरणों में हमारी पेपर प्लेट्स तैयार हो जाती हैं. यह सब काम होने के बाद हमारा पैकिंग का काम शुरू होता है।   

पेपर प्लेट की पैकेजिंग (Packaging of paper plates)

पेपर प्लेट्स बन जाने के बाद इसकी पैकिंग की जाती है| हमें इसकी पैकिंग पर विशेष ध्यान देना होगा । इसके लिए आप अपने ट्रेडमार्क या टैग वाले डब्बे अथवा पैकेट ले कर ,उसमे ५० या १०० अपने हिसाब से प्लेट्स डाल सकते हैं | याद रहे, जितनी अच्छी पैकिंग होगी,लोग उतना ही हमारे सामान की तरफ आकर्षित होंगे तथा उतना ही जल्दी हमारा सामान बिकना शुरू हो जाएगा । अब आपकी पेपर प्लेट्स मार्किट में बिकने के लिए तैयार हैं ।

पेपर प्लेट का बिज़नेस प्लान (Business plan of paper plates)

बिज़नेस चाहे कैसा भी हो, छोटा या बड़ा, उसका एक प्लान होना जरुरी है|हमें एक लक्ष्य रखना होगा के हम आने वाले ३ महीनो में इतना व्यापर कर लेंगे या इतना सामान बना कर बेचेंगे |उसके बाद हमें उसका मूल्यांकन करना होता है, उसको देखना होता है के हम अपने प्लान के अनुसार चल रहे हैं या उससे काम हैं| अगर कम हैं तो किस वजह से कम है, उस चीज पर काम करना होगा |तभी हमें अपने  business में अच्छी सफलता मिलेगी| बिना लक्ष्य के काम करना टाइम पास करना जैसा होता है|

व्यवसाय के लिए कर्मचारी की नियुक्ति (Hiring manpower/ workers for business)

अगर हमें लगता है के हमें काम थोड़े बड़े लेवल पर करना है तो हमें कर्मचारी भी रखने होंगे |अगर हम एक्सपेरिएंस्ड कर्मचारी रखेंगे तो हमें फायदा होगा परन्तु उनकी फीस थोड़ी ज्यादा होगी तथा हमारा बजट थोड़ा कम है तोह हम फ्रेशर्स को रख सकते हैं तथा उनको ट्रेंड कर सकते हैं| हमें कम से कम एक कर्मचारी तथा एक सुपरवाइजर की ज़रूरत पद सकती है|  कई लोग समझते हैं की superviser को रखना जरुरी नहीं होता, लेकिन अगर सभी काम करेंगे तो  उनके काम को देखने के लिए कोई नहीं रहेगा. कर्मचारी मशीन को चलने तथा पैकिंग वगैरह सब देखने के लिए तथा सुपरवाइजर उसके काम का निरीक्षण परीक्षण करने के लिए।

व्यवसाय में मार्केटिंग (Marketing in business)

पेपर प्लेट को हम रिटेल एवं हॉल सेल दोनों ही तरह से मार्किट में बेच सकते हैं। शुरुआती दिनों में तो जरुरी रूप से मार्केटिंग जरुरी है , ताकि लोगो को हमारे सामान के बारे में पता चले| शुरू में लोगो को अपना सामान बेचने के लिए अगर कुछ सैंपल फ्री में भी डिलीवर करने पड़े तो कर देना चाहिए । लोगो को सामान इस्तेमाल करने के बाद ही उसका समझ आएगा।   हमें शुरू में थोड़ी दिक्कत आ सकती है,क्योंकि मार्किट में पहले से ही सामान दूसरी कंपनी बेच रही होती है, हमें अपना सामान सबको समझा कर , उसकी सभी खूबिया बता कर मार्केटिंग करनी होगी| आजकल तो सोशल मीडिया का जमाना है, हम फेसबुक तथा इंस्टाग्राम पर भी अपना ऐड कर के अपने प्रोडक्ट के बारे में बता सकते है| हमारे सभी फोलोवर्स को हमारे सामान के बारे में पता चलेगा तथा वो हमसे सामान खरीद सकते है| हम अपने वात्सप्प ग्रुप पर भी अपने सामान का ऐड कर सकते है.आजकल जरुरी नहीं है के सामान की मार्केटिंग घर घर जा कर ही की जा सके, आजकल सब घर बैठे भी हो सकता है|  वैसे अगर हम जा जा कर अपना add करना चाहते हैं तो हम वो भी कर सकते हैं ।

हम बस डिलीवरी फ्री करा सकते है तथा और भी ऐसे ऐसे ऑफर्स दे कर उनको लुभा सकते है| अगर एक बार लोगो को आपका सामान पसंद आ गया तो समझो आपका काम हो गया|

व्यवसाय में फायदा (Profit in business)

जहाँ तक फायदे की बात करे तो जिस हिसाब से पेपर प्लेट की मांग है, हमारा सामान बिकेगा , और सामान बिकेगा तो फायदा होगा ही होगा। 

बाकी तो यह हमारी मार्केटिंग तथा कितना बड़ा बिज़नेस है उस पर भी निर्भर करता है।  हमारी मार्केटिंग अच्छी होगी तो इसकी डिमांड भी ज्यादा बढ़ेगी , और डिमांड ज्यादा बढ़ी तो हम दिन में ज्यादा पेपर प्लेटों बनाएंगे, एवं अपने व्यापार को बढ़ाएंगे। 

बिकने की सम्भावना( Possibility of sell)

एक नयी कंपनी का सामान बेचने के लिए थोड़ी मशक्क्त तो करनी ही पड़ती है। लेकिन जिस हिसब से पेपर प्लेटों की मांग है, हमारी प्लेट्स आराम से बिक जाएंगी ।बाकि यह बहुत हद तक हमारी मार्केटिंग , तथा इसके ऐड पर निर्भर करता है कि हम कितनी मार्केटिंग पर मेहनत कर रहे हैं| ज्यादा मार्केटिंग करने से सामान ज्यादा बिकता है |

FAQ

एक किलो कच्चे माल में कितने प्लेट बनती है बनती

1 किलो कच्चे माल में लगभग बड़े साइज की 8 से 10 प्लेट्स आराम से बन जाती है. है ये क्वालिटी पे भी निर्भर करती है क्युकी अगर आप बहुत मोटी प्लेट बनाते है तो यह 3 से 4 भी बन सकती है.

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