कपूर की गोली बनाने का बिज़नेस | How to start camphor making business in hindi

कपूर (Camphor) एक ऐसी चीज है जिसका इस्तेमाल बहुत सारी चीजों में होता है । जैसे की दवाइयां बनाने में तथा पूजा पाठ में । पूजा के सामान में तो इसका विशेष महत्व है । बहुत सी बिमारियों की दवाईयां बनाने में भी कपूर का इस्तेमाल होता है । इसमें बहुत से अच्छे रासायनिक गुण भी होते हैं , जिसकी वजह से कृषि में, खाद्य सामान में , फार्मास्युटिकल्स इत्यादि कई चीजों में इसका इस्तेमाल किया जाता है ।

कपूर एक सफ़ेद रंग का क्रिस्टलीय पदार्थ है, जिसमे से बहुत तेज़ गंध (smell) आती है । इसका स्वाद भी बहुत तीखा होता है . यह एक विशेष प्रकार के पेड़ की लकड़ी से प्राप्त होता है । यह पेड़ चीन, भारत, जापान , ताइवान तथा मंगोलिया में बहुत अधिक मात्रा में पाए जाते हैं ।

कपूर की गोली बनाने का बिज़नेस (camphor making business in hindi)

कपूर की डिमांड साल के १२ महीने अच्छी खासी रहती है, यानि कि हमेशा ही बनी रहती है.  यह सभी सीजन में समान रूप से बिकता है, क्योंकि पूरे साल कोई न कोई त्यौहार या कोई प्रोग्राम आता ही रहता है, और हर प्रोग्राम में पूजा होती ही है । शादियों के समय पर तो इसकी मांग और भी बढ़ जाती है।

फार्मास्युटिकल एशिया पैसिफिक में कपूर के लिए सबसे बड़ा व प्रमुख कारक है । और आज के इस दौर में जहाँ कोरोना ने अपने पैर पसारे हुए हैं , वहीँ  कपूर भी घरेलु नुस्खों में इस्तेमाल हो रहा है । कोरोना की दूसरी लहर में तो घर घर में कपूर व अजवाइन की पोटली ने जगह ले रखी थी । ये बात तो अब वैज्ञानिक भी बोल चुके हैं के कपूर में आश्चर्यजनक गुण होते हैं ।  कपूर को बेचना भी व्यवसाय का एक अच्छा खासा विकल्प हो सकता है, क्यूंकि इसकी डिमांड बहुत ही बढ़ती जा रही है ।

कपूर की टिक्की व गोलियां  बना कर बेचने का बिज़नेस कैसे शुरू करें, इसमें कितना खर्च आएगा, इसका सामान कैसे व कहाँ से खरीदे। आज के इस लेख में हम आपको ये सब विस्तार से बताएँगे।

यह business हम कम पैसो की सहायता से भी शुरू कर सकते हैं। अगर आप low budget इन्वेस्टमेंट वाला business चाहते हैं तो kapoor making business एक अच्छा विकल्प है, एवं इसका व्यापार  करना एक अच्छा खासा मुनाफा दे सकता है|

बाकि बिज़नेस की तरह ही इस व्यापार को शुरू करने के लिए भी कुछ चीजों की जरुरत रहती है। वैसे तो यह आप पर निर्भर करता है के आप कितना बड़ा व्यापार शुरू करना चाहते है। अगर छोटा चाहते हैं बहुत ज्यादा सामान की जरुरत नहीं पड़ती परन्तु यदि बड़ा बिज़नेस चाहते हैं तो थोड़ा ज्यादा पैसा लगा कर भी यह काम शुरू किया जा सकता है। 

यहाँ पर कपूर को बना कर बेचने के लिए सभी जरुरी जानकारियां दी जा रही हैं, आप उनकी मदद से कम बजट में काम शुरू कर सकते हैं| इसको पढ़ने के लिए हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ें । 

इसके लिए हमें निम्न बातों का ध्यान रखना होगा:

  • इन्वेस्टमेंट (Investment)
  • लोकेशन (Location)
  • लाइसेंस (License)
  • रॉ मटेरियल(Row material)
  • मशीन (Machine)
  • प्रक्रिया (Process)
  • पैकेजिंग(Packaging)
  • बिज़नेस प्लान (Business plan)
  • कर्मचारी की नियुक्ति(Selection/hiring of manpower)
  • मार्केटिंग (Marketing)
  • फायदा (Profit)
  • बिकने की सम्भावना (Possibility of sell)

अब हम सभी चीजों के बारे में विस्तार से बताएँगे .

Table of Contents

कपूर की गोली या टिक्की को बनाने का बिज़नेस के लिए इन्वेस्टमेंट (Investment for camphor making business)

कपूर के बिज़नेस को शुरू करना हमारे ऊपर ही निर्भर करता है के हम कितना बड़ा बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं । अगर हम इसको थोड़े छोटे लेवल पर शुरू करते हैं तो कम पैसो में भी हो जाता है, बस हमें मशीन व कच्चा माल का खर्च आएगा । तथा अगर हम इसका बड़ा बिज़नेस करना चाहते हैं तो बड़े लेवल पर ज्यादा पैसे लगा कर हम इसको शुरू कर सकते हैं । इस बिज़नेस को ठीक ठीक लेवल पर शुरू करने के लिए हमें कई चीजों की जरुरत पड़ती है : जैसे के मशीन , कच्चा माल, बिल्डिंग ,जमीन तथा छुट पुट के भी थोड़े और खर्चे हो सकते हैं । अब हम आपको इन खर्चो के बारे में विस्तार से बताते हैं ।

  • बिल्डिंग : इस काम को शुरू करने के लिए जिस बिल्डिंग की जरुरत पड़ेगी, उसकी कीमत लगभत २.५ – ३ लाख होगी । मगर यदि ऐसी जगह हमारे पास है तो हमारा यह खर्चा बच सकता है ।
  • जमीन : इसको शुरू करने के लिए हमें जमीन भी देखनी होगी । ५-१० लाख रूपये इसके भी हो ही जाएंगे । परन्तु जमीन अगर हमारे पास है तो ये खर्चा भी हमारा बच सकता है ।
  • मशीन : कपूर को बनाने की मशीन की कीमत लगभग ५५,०००- ३ लाख तक होती है ।
  • कच्चा माल : कच्चा माल भी लगभग २०,००० -५०,०००/- तक हो जाता है ।
  • अन्य खर्चे : १-४ लाख अन्य खर्चो पर  हमारे लग ही जाते हैं ।

कुल मिला कर लगभग १०-१२ लाख रुपयों की आवश्यकता पड़ सकती है .

कपूर की टिक्की या गोली बनाने का बिज़नेस के लिए लोकेशन (Location for camphor making business)

छोटे लेवल पर हम एक ही मशीन लगा कर कपूर की गोली बनाने का व्यवसाय आरम्भ कर सकते हैं जोकि हम अपने घर से भी शुरू कर सकते हैं , बस हमें ३५*२५ वर्ग फुट के एक छोटे कमरे की आवश्यकता होगी ।  हमारा घर चाहे शहर में हो या गांव में, हम अपना काम कही से भी शुरू कर सकते हैं। 

हाँ, बड़े लेवल पर यह काम करने के लिए थोड़ी ज्यादा जमीन की जरुरत पड़ सकती है और वो भी हमारे ऊपर ही निर्भर करता है के हम कितना बड़ा काम शुरू करना चाहते हैं। जिसमे की मशीन भी आ जाएगी तथा पैकिंग का काम भी हो जाएगा। अगर हमारे पास इसके ऑफिस के लिए इतनी बड़ी कोई जगह नहीं है तो हम जगह किराए पर भी ले सकते हैं| किराए पर लेने से पहले हम rent agreement जैसी कुछ बातो का ध्यान रखना होगा |

बड़े बिज़नेस के लिए हमें निम्न बातों को ध्यान में रख कर जमीन लेनी होगी :

  • प्लांट (Plant) के लिए जगह : ५००-७०० स्क्वायर फ़ीट
  • गोडाउन (Godown) के लिए जगह : ६००-६०० स्क्वायर फ़ीट

कुल मिला कर लगभग १०००-१२०० स्क्वायर फ़ीट की आवश्यकता पड़ सकती है और  परन्तु जैसा कि हमने पहले भी कहा है,यह सब हमारे व्यवसाय के लेवल पर निर्भर करता है कि कितना बड़ा काम शुरू करना है, जमीन उसी के हिसाब से देखनी होगी।

और अगर हम जमीन ले ही रहे हैं , तो ध्यान रहे उस जगह के आस पास अगर मंदिर या मंदिर का सामान बिकने की जगह, या पंसारी की दुकान हो , जहाँ से कपूर आसानी से बिक जाये तो हमारी काफी हद तक मार्केटिंग भी हो जाती है क्यूंकि लोगो को पता चलने लगता है के इस जगह पर कपूर कपूर की गोली बनती एवं बिकती है।

कपूर की गोली या टिक्की बनाने के बिज़नेस के लिए लाइसेंस (License for camphor making business)

कोई भी व्यवसाय शुरू करने से पहले हमें उसका कोई नाम या ब्रांड सोचना होता है , उसके लिए हमें कुछ रजिस्ट्रेशन करने होते है।  जिनकी जानकारी हम आपको दे रहे हैं :

  • व्यापर का पंजीकरण
  • business PAN card
  • उद्योग आधार एमएसएमई पंजीकरण
  • License from local authority
  • GST नंबर

इसके साथ ही हमें कुछ और कागजो की जरुरत पद सकती है जैसे के आधार कार्ड, पैन कार्ड(PAN card),वोटर कार्ड(Voter ID card), rashion card, बिजली का बिल , बैंक अकाउंट की  details, हमारा एक पासपोर्ट साइज फोटो, email ID, फ़ोन नंबर बाकि प्रूफ भी| हमें ये सब भी तैयार रखने होंगे|

कपूर की गोली या टिक्की बनाने के लिए कच्चा माल (Raw material for camphor making business)

कपूर की गोली को बनाने के लिए बहुत सारे सामान की जरुरत नहीं होती है, इसका मुख्य रूप से एक ही सामान है जोकि है – कपूर (Camphor) पाउडर। इसी पाउडर को मशीन में डाल कर अलग अलग शेप तथा साइज की कपूर की गोलियां व टिक्किया बनाई जाती हैं।

हम दुकान पर जा कर भी इसके पाउडर को मोल भाव कर के कम दाम में खरीद सकते हैं। हॉल सेल में खरीदेंगे तो और भी कम कीमत में हम इसको ले सकते है।  यह पंसारी के यहाँ भी आराम से मिल सकता है।

 यह पाउडर अगर हम ऑफलाइन किसी वजह से नहीं खरीद पा रहे हैं तो हम इसको ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। बस गूगल पर टाइप करना हैं, और इसके सभी लिंक हमारे सामने आ जाएंगे। फिर जहाँ से भी काम कीमत पर मिल रहा है, वहां से ऑनलाइन आर्डर कर के कपूर पाउडर आसानी से मंगवा सकते हैं। आजकल तो सब सामान ऑनलाइन ही मिल जाता है, तथा कोरोना के इस दौर में बाहर भी निकलना नहीं होता ।

कपूर की गोली या टिक्की बनाने की मशीन (camphor making machine)

कपूर की गोली को बनाने के लिए fully automatic machine आती है । जिसके अंदर हम कपूर के पाउडर को डालते हैं ।मशीन में हम किसी भी साइज का कपूर बना सकते हैं । मशीन में एक डाई लगी होती है , जिसकी सहायता से हम विभिन्न साइज व प्रकार के कपूर बना सकते हैं। हम जैसे ही मशीन में पाउडर डालेंगे, कपूर की गोलिया बानी बनाई निकलती है।अगर हमें छोटी गोली बनानी है तो हम छोटी डाई लगते हैं , तथा अगर हमें बड़ी गोली बनानी है तो हम बड़ी डाई लगा कर बना सकते हैं ।

यह मशीन हम ऑफलाइन व ऑनलाइन दोनों तरीको से खरीद सकते हैं। ऑफलाइन तो हमें अगर इसकी दुकान या बाजार पता है तो जा कर ली जा सकती है. एवं वो डीलर अगर जानने वाला हुआ तो और भी काम दाम में हम यह खरीद सकते हैं।

ऑनलाइन खरीदने के लिए हम बस गूगल पर टाइप करेंगे तो इसके सभी लिंक खुल जाएंगे ।वहां से सभी मशीनों के दाम को compare कर के हम काम दाम वाली मशीन आसानी से खरीद सकते हैं। और यह मशीन आसानी से मार्किट में मिल जाएगी।

जहाँ तक मशीन चलाने की बात है तो नेट , यूट्यूब पर बहुत सारी videos उपलब्ध हैं, मगर जब हम यह मशीन खरीदते हैं , तभी डीलर से हमें उसका डेमो देख लेना चाहिए, और इसकी सभी जानकारी ले लेनी चाहिए, की इसको चलते कैसे हैं, इसकी साफ़ सफाई कैसे की जाती है, इत्यादि।

ध्यान रहे, जितना हम मशीनों की, इसके सामान की साफ़ सफाई रखेंगे , इतना ही यह सब सामान लम्बे समय तक नए जैसा अच्छा चलेगा।साफ़ सफाई अच्छे  से करने से मशीनो की  life बढ़ती है।

कपूर की गोली या टिक्की बनाने का तरीका / प्रक्रिया (camphor making process)

वैसे तो कपूर की गोली बनाना बहुत ही आसान है, क्यूंकि न तो इसमें बहुत ज्यादा कच्चा माल लगता है, और न ही हमें कुछ विशेष काम करना होता है, इसमें सब काम मशीन करती है। हम बस एक बार मशीन में पाउडर डालते हैं तो मशीन में से कपूर की गोली या टिक्की बानी बनायीं बहार आती है ।बस हमें पाउडर की मात्रा का ध्यान रखना है , कि हमें  एक बार में कितनी गोलियां बनाने के लिए कितना पाउडर डालना होगा । यह पाउडर हमें मशीन में धीरे धीरे डालना होता है, तभी ठीक से सब सामान बनता है।

सब काम होने के बाद हमारा पैकिंग का काम शुरू होता है।   

कपूर की गोली की पैकेजिंग (Packaging of camphor )

कपूर की गोलियां बन जाने के बाद इसकी पैकिंग की जाती है| हमें इसकी पैकिंग पर विशेष ध्यान देना होगा । इसके लिए आप अपने ट्रेडमार्क या टैग वाले डब्बे अथवा पैकेट ले कर ,उसमे थोड़ी थोड़ी गोलियां डाल सकते हैं| जितनी अच्छी पैकिंग होगी, लोग हमारे सामान की और उतना ही ज्यादा आकर्षित होंगे । अब आपकी कपूर की गोलियां मार्किट में बिकने के लिए तैयार हैं ।

कपूर की गोली का बिज़नेस प्लान (Business plan for camphor)

बिज़नेस चाहे कैसा भी हो, छोटा या बड़ा, उसका एक प्लान होना जरुरी है|हमें एक लक्ष्य रखना होगा के हम आने वाले ३ महीनो में इतना व्यापार कर लेंगे या इतना सामान बना कर बेचेंगे |उसके बाद हमें उसका मूल्यांकन करना होता है, उसको देखना होता है के हम अपने प्लान के अनुसार चल रहे हैं या उससे कम हैं| अगर कम हैं तो किस वजह से काम है, उस चीज पर काम करना होगा |तभी हमें व्यापार में अच्छी सफलता मिलेगी| बिना लक्ष्य के काम करना टाइम पास करना जैसा होता है|

व्यवसाय के लिए कर्मचारी की नियुक्ति (Hiring manpower/ workers for business)

अगर हमें लगता है के हमें काम थोड़े बड़े लेवल पर करना है तो हमें कर्मचारी भी रखने होंगे |अगर हम एक्सपेरिएंस्ड कर्मचारी रखेंगे तो हमें फायदा होगा परन्तु उनकी फीस थोड़ी ज्यादा होगी तथा हमारा बजट थोड़ा कम है तो हम फ्रेशर्स को रख सकते हैं तथा उनको train कर सकते हैं, , उनको अपने हिसाब से काम सीखा सकते हैं | हमें काम से काम एक कर्मचारी तथा एक सुपरवाइजर की ज़रूरत पद सकती है|  कर्मचारी मशीन को चलने तथा पैकिंग वगैरह सब देखने के लिए तथा सुपरवाइजर उसके काम का निरीक्षण परीक्षण करने के लिए।

कपूर की गोली की मार्केटिंग (Marketing of camphhor)

कपूर को हम रिटेल एवं हॉल सेल दोनों ही तरह से मार्किट में बेच सकते हैं।  शुरुआती दिनों में तो जरुरी रूप से मार्केटिंग जरुरी है , ताकि लोगो को हमारे सामान के बारे में पता चले| शुरू में लोगो को अपना सामान बेचने के लिए अगर कुछ सैंपल फ्री में भी डिलीवर करने पड़े तो कर देना चाहिए । लोगो को सामान इस्तेमाल करने के बाद ही उसका समझ आएगा।   हमें शुरू में थोड़ी दिक्कत आ सकती है,क्योंकि मार्किट में पहले से ही सामान दूसरी कंपनी बेच रही होती है, हमें अपना सामान सबको समझा कर , उसकी सभी खूबिया बता कर मार्केटिंग करनी होगी| आजकल तो सोशल मीडिया का जमाना है, हम फेसबुक तथा इंस्टाग्राम पर भी अपना ऐड कर के अपने प्रोडक्ट के बारे में बता सकते है| हमारे सभी फोलोवर्स को हमारे सामान के बारे में पता चलेगा तथा वो हमसे सामान खरीद सकते है| हम अपने वात्सप्प ग्रुप पर भी अपने सामान का ऐड कर सकते है.आजकल जरुरी नहीं है के सामान की मार्केटिंग घर घर जा कर ही की जा सके, आजकल सब घर बैठे भी हो सकता है|  वैसे अगर हम जा जा कर अपना add करना चाहते हैं तो हमें उस जगह पर जाना होगा जहाँ मंदिर का सामान बिकता है. क्यूंकि कपूर का इस्तेमाल पूजा के काम में ज्यादा होता है ।

हम बस डिलीवरी फ्री करा सकते है तथा और भी ऐसे ऐसे ऑफर्स दे कर उनको लुभा सकते है| अगर एक बार लोगो को आपका सामान पसंद आ गया तो समझो आपका काम हो गया , फिर आपकी बिक्री शुरू हो जाएगी |

व्यवसाय में फायदा (Profit in business)

जहाँ तक फायदे की बात करे तो जिस हिसाब से कपूर की मांग है, हमारा सामान बिकेगा , और सामान बिकेगा तो फायदा होगा ही होगा। 

बाकी तो यह हमारी मार्केटिंग तथा कितना बड़ा बिज़नेस है उस पर भी निर्भर करता है।  हमारी मार्केटिंग अच्छी होगी तो इसकी डिमांड भी ज्यादा बढ़ेगी , और डिमांड ज्यादा बढ़ी तो हम दिन में ज्यादा कपूर की गोली बनाएंगे, एवं अपने व्यापार को बढ़ाएंगे। 

कपूर के बिकने की सम्भावना( Possibility of sell)

कपूर की गोलियों का इस्तेमाल आजकल बहुत सी जगह पर होने लगा है जैसे के दवाईयां, पूजा पाठ में एवं और भी बहुत सी चीजों में इसका इस्तेमाल होता है। तो कपूर हमारा बिक तो जाएगा ही. बाकि यह बहुत हद तक हमारी मार्केटिंग , इसके ऐड पर निर्भर करता है कि हम कितनी मार्केटिंग पर मेहनत कर रहे हैं| ज्यादा मार्केटिंग करने से सामान ज्यादा बिकता है |

और हाँ याद रखे किसी भी काम को शुरू में काम लाभ होता है, तथा जैसे जैसे समय बढ़ता है, लोग हमारे प्रोडक्ट को पहचानने लगते है, एवं फायदा भी बढ़ने लगता है |

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