मिटटी के बर्तन बनाने का बिज़नेस | Mud pots makings business in hindi

मिटटी के बर्तनों के बारे में तो  हम सभी ने सुना ही होगा। पुराने ज़माने के लोग मिटटी के बर्तनो में खाना पकाते और कहते भी थे, लेकिन आजकल तो सब स्टील,कांच, प्लास्टिक और भी पता नहीं कितनी तरह के बर्तनो ने इसकी जगह ले ली है। जिस कारण से मिटटी के बर्तनो का व्यापार  थोड़ा कम सा हो गया है, जबकि मिटटी के बर्तनो में खाना खाना स्वास्थ्य की दृष्टि से भी बहुत अच्छा होता है ।  जो मनुष्य मिटटी के बर्तनो में खाना खाता है, वो बाकि लोगो के मुकाबले कम बीमार पड़ता है। आजकल हैं बहुत से लोग जो आज भी मिटटी के बर्तनो में खाना खाते हैं,क्यूंकि प्लास्टिक वैसे भी हमारी स्वास्थ्य की दृष्टि से अच्छा नहीं होता है और वो हमारे पर्यावरण को भी दूषित करती है। आजकल तो सरकार (Indian govt) ने भी प्लास्टिक को कम इस्तेमाल करने के लिए कई मुहीम चलाये हुए हैं। 

मिटटी के बर्तन को बना कर बेचना  भी व्यवसाय का एक अच्छा खासा विकल्प हो सकता है, क्यूंकि इसकी डिमांड धीरे धीरे  बढ़ती जा रही है और कभी कम होगी ही नहीं। इसे आप सदाबहार बिज़नेस कह सकते हैं। 

मिटटी के बर्तन को बना कर बेचने का बिज़नेस कैसे शुरू करें, इसमें कितना खर्च आएगा, इसका सामान कैसे व कहाँ से खरीदे। आज के इस लेख में हम आपको ये सब विस्तार से बताएँगे । जो लोग अभी बेरोज़गार बैठे हैं, उनको इस लेख को पढ़कर यह व्यवसाय आरम्भ करने की प्रेरणा मिलेगी। 

बाकि सभी बिज़नेस की तरह ही इस व्यापार को शुरू करने के लिए भी कुछ चीजों की जरुरत रहती है। वैसे तो यह आप पर निर्भर करता है के आप कितना बड़ा व्यापर शुरू करना चाहते है। अगर छोटा चाहते हैं बहुत ज्यादा सामान की जरुरत नहीं पड़ती परन्तु यदि बड़ा बिज़नेस चाहते हैं तो थोड़ा ज्यादा पैसा लगा कर भी यह काम शुरू किया जा सकता है। 

यहाँ पर मिटटी के बर्तन को बना कर बेचने के लिए सभी जरुरी जानकारियां दी जा रही हैं, आप उनकी मदद से कम बजट में काम शुरू कर सकते हैं| और यह काम आपके लिए फायदे वाला हो सकता है।  इसको पढ़ने के लिए हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ें । 

मिटटी के बर्तनो की मांग (Demand of mitti ke bartan) : मिटटी के बर्तन आप कही भी इस्तेमाल कर सकते हैं।  धीरे धीरे जैसे जैसे लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होते जा रहे हैं, मिटटी के बने बर्तनो की मांग भी बाजार में बढ़ती जा रही है।  कुछ लोगो को इसमें बना खाना पसंद आता है, कुछ को इसमें रखे पानी की खुशबु पसंद है, कुछ को इसमें दही जमा कर खाना बहुत पसंद आता है । वैसे भी इसमें बना खाना स्वास्थ्य के हिसाब से बहुत ही अच्छा होता है।

आप अगर मिटटी के बर्तन बनाने का बिज़नेस शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं, तो इससे पहले आपको मिटटी के बर्तन बनाने आने चाहिए।   आप इसके लिए मिटटी के बर्तन बनाना सीखने का कोर्स भी कर सकते हैं। और आप इसके लिए किसी person / कुम्हार को भी रख सकते हैं जो ये काम आपके लिए कर देगा। खैर, इन सब बातों की विस्तार से जानकारी हम आगे बताते है। 

इसका काम शुरू करने से पहले हमें निम्न बातों का ध्यान रखना होगा:

  • मिटटी के बर्तन बनाने में कुल लागत (Investment for mitti ke bartan making business)
  • लोकेशन (Location for this business)
  • मिटटी के बर्तन बनाने के लिए मटेरियल व जरुरी उपकरण(Required things for making mitti ke bartan)
  • मिटटी के बर्तन बनाने का तरीका / प्रक्रिया (mitti ke bartan making process
  • मिटटी के बर्तन कहाँ और कैसे बेचे(How and where to sell mitti ke bartan)
  • मिटटी के बर्तन बनाने का बिज़नेस प्लान व मार्केटिंग (Business plan and marketing of mitti ke bartan )
  • कर्मचारी की नियुक्ति(Selection/hiring of manpower)
  • बिकने की सम्भावना व फायदा  (Possibility of selling and profit)
  • मिटटी के बर्तनो का जोखिम (risk of mitti ke bartan)

अब हम सभी चीजों के बारे में विस्तार से बताएँगे । 

मिटटी के बर्तन को बनाने का बिज़नेस के लिए लागत  (Investment for mitti ke bartan making business)

यह बात तो हम सभी जानते हैं कि कोई भी काम शुरू करने से पहले थोड़ा खर्च तो हो ही जाता है। हम अभी उन सभी के बारे में बताते हैं।  मिटटी के बर्तन को बनाने के बिज़नेस को शुरू करना हमारे ऊपर ही निर्भर करता है कि हम कितना बड़ा बिज़नेस शुरू करना चाहते हैं । अगर हम इसको थोड़े छोटे लेवल पर शुरू करते हैं तो हमारा काम कम पैसो में भी हो जाता है, बस हमें इसकी चाक मशीन व कच्चा माल का खर्च आएगा । तथा अगर हम इसका बड़ा बिज़नेस करना चाहते हैं तो बड़े लेवल पर ज्यादा पैसे लगा कर हम इसको शुरू कर सकते हैं ।

 मिटटी के बर्तन बनाने का व्यापार शुरू करने कि लिए कम से कम २०,००० रु का होना बहुत जरुरी है, जिसमे कि हमारा सभी बड़ा बड़ा सामान जैसे कि चाक मशीने , कच्चा माल इत्यादि सब आ जाएगा, और अगर हम बड़े लेवल के काम कि बात करे तो अधिक पैसा लगा कर ,ज्यादा मशीने खरीद कर , इसको बड़े लेवल पर भी शुरू कर सकते है।  वो सब हमारे ही ऊपर निर्भर करता है कि हमारे पास कितना जमा धन है जोकि हम इस काम में लगा सकते हैं। 

  • मिटटी के बर्तन बनाने के लिए हमें का  से कम २०,०००/- रु की आवश्यकता होगी।
  • जिसमे की चाक मशीन या पहिये की कीमत है लगभग : १०००-२००० रु
  • भट्टा: ये मैन्युअल या फिर स्वचालित दोनों के तरीके का ले सकते है।  जिसकी कीमत २०००-१००० रु तक होगी।
  • पग मिल: इसका खर्च लगभग ५००० रु तक का होता है।
  • मिटटी और अन्य छुट पुट खर्च : मिटटी और अन्य सामान का खर्च भी लगभग २०००-३००० रु हो जाएगा।

इस प्रकार हम लगभग २० ,० ००/- रु में अपना काम शुरू कर सकते हैं। 

मिटटी के बर्तन बनाने के बिज़नेस के लिए लोकेशन (Location for mitti ke bartan making business)

छोटे लेवल पर हम एक ही चाक मशीन लगा कर मिटटी के बर्तन बनाने का व्यवसाय आरम्भ कर सकते हैं जोकि हम अपने घर से भी शुरू कर सकते हैं हमारा घर चाहे शहर में हो या गांव में, हम अपना काम कही से भी शुरू कर सकते हैं।

हाँ, बड़े लेवल पर यह काम करने के लिए थोड़ी ज्यादा जमीन की जरुरत पड़ सकती है और वो भी हमारे ऊपर ही निर्भर करता है के हम कितना बड़ा काम शुरू करना चाहते हैं। जिसमे की कई सारी चाक मशीन भी आ जाएगी तथा पैकिंग का काम भी हो जाएगा। अगर हमारे पास इसके ऑफिस के लिए इतनी बड़ी कोई जगह नहीं है तो हम जगह किराए पर भी ले सकते हैं| किराए पर लेने से पहले हम rent agreement जैसी कुछ बातो का ध्यान रखना होगा | अगर हम जमीन भीड़ वाले एरिया में लेते हैं तो लोग हमें पहचानने लगेंगे कि यहाँ पर मिटटी के बर्तन बनाने का काम होता है ।  लेकिन अगर हम जमीन गांव में या काम भीड़ वाली सस्ती जगह पर लेते हैं तो हमारी जमीन तो सस्ती आ जाएगी लेकिन हमारे वाहन (transport ) का खर्च बढ़ सकता है । और मिटटी के बर्तन टूटने का भी , इसलिए हमें सब काम बहुत सोच समझ कर एवं ध्यान से करने होते हैं। 

मिटटी के बर्तन बनाने के लिए मटेरियल व जरुरी उपकरण  (required things for mitti ke bartan making business)

किसी भी व्यापार का उद्देश्य कम पैसे लगा कर ज्यादा मुनाफा कमाना होता हैं । अतः हमें सामान वहां से खरीदना चाहिए जहाँ से सस्ता व अच्छा मिले । लेकिन हमें ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में खराब कच्चा माल भी नहीं लेना चाहिये,  नहीं तो हमारे सामान की क्वालिटी अच्छी नहीं होगी व सामान लोगो को पसंद भी नहीं आएगा।   मिटटी के बर्तन बनाने के लिए निम्न लिखित सामान की जरुरत होती है:

  • चिकनी मिटटी : मिट्टी के बर्तन बनाने के लिए आपको सबसे पहले चिकनी मिट्टी की जरूरत होगी। जिससे आप बर्तन बनाएंगे। इसका पूरा काम मिटटी पर ही निर्भर करता है, इसलिए हमें मिटटी का चुनाव सही करना  आना चाहिए, जिससे कि बर्तन अच्छे बने। 
  • चाक : हाथ से या इलेक्ट्रिक से चलने वाला चाक जिसकी आवश्यकता आपको बर्तन बनाने के लिए पड़ेगी। इसके इस्तेमाल से ही आप मिट्टी को आकार दे पाएगे।
  • डिजाइनर : मिट्टी को आकार देने के लिए डिजाइनर चाहिए होगा। ताकि आप तरह-तरह के डिजाइन मिट्टी पर बना सके।
  • भट्टी : भट्टी जो मिट्टी को पकाने के लिए काफी जरूरी होगी। क्योंकि बर्तन बनाने के बाद उसे पकाना भी काफी आवश्यक हो जाता है । 

हम दुकान पर जा कर भी इन सामानो को मोल भाव कर के कम दाम में खरीद सकते हैं। हॉल सेल में खरीदेंगे तो और भी कम कीमत में हम इसको ले सकते है। 

अगर हम ऑफलाइन किसी वजह से नहीं खरीद पा रहे हैं तो हम इसको ऑनलाइन भी खरीद सकते हैं। बस गूगल पर टाइप करना हैं, और इसके सभी लिंक हमारे सामने आ जाएंगे। फिर जहाँ से भी कम कीमत पर मिल रहा है, वहां से ऑनलाइन आर्डर कर के इसका सब सामान आसानी से मंगवा सकते हैं। आजकल तो सब सामान ऑनलाइन ही मिल जाता है, तथा कोरोना के इस दौर में बाहर भी निकलना नहीं होता ।

जहाँ तक चाक मशीन चलाने की बात है तो नेट , यूट्यूब पर बहुत सारी videos उपलब्ध हैं, हम वहां से भी चाक मिटटी के बर्तन बनाना सीख सकते हैं ,और इसकी सभी जानकारी ले लेनी चाहिए, की इसको चलाते  कैसे हैं, इसकी साफ़ सफाई कैसे की जाती है, इत्यादि।

ध्यान रहे, जितना हम मशीनों की, इसके सामान की साफ़ सफाई रखेंगे , इतना ही यह सब सामान लम्बे समय तक नए जैसा अच्छा चलेगा। साफ़ सफाई अच्छे  से करने से मशीनो की  life बढ़ती है।

मिटटी के बर्तन बनाने का तरीका / प्रक्रिया (mitti ke bartan making process)

मिट्टी के बर्तन बनाने की प्रक्रिया निम्न लिखित है:

  • हम मिटटी के बर्तन चाक पर बनाते हैं, कुछ कुम्हार हाथ से चलने वाले चाक से बनाते हैं , और कुछ कुम्हार इलेक्ट्रिक चाक पर भी बनाते हैं।  हमें मिटटी चाक पर रखनी होनी , और फिर चाक चालू करना होगा।  फिर हमें जैसे बर्तन बनाने हैं, वैसा ही इसको आकर दे सकते हैं। 
  • बर्तन बनाने के बाद चाक से हटा कर उसको सूखने के लिए रखा जाता है।  इसके लिए धूप की जरुरत होती है। बर्तनो को बना कर उनको बाहर धूप में सूखने के लिए रखा जाता है। 
  • धूप में सूखने के बाद बर्तनो को भट्टी में पकाना जरुरी होता है इसी से बर्तन पक्के बनते हैं।  जैसे ही ये बर्तन भट्टी में पाक जाते हैं , और बेचने लिए बिलकुल तैयार हो जाते हैं। 
  • अब हमारे बर्तन बाजार में बिकने के लिए तैयार हैं। 

मिटटी के बर्तन कहाँ और कैसे बेचे(How and where to sell mitti ke bartan)

आप मिटटी के बर्तनो को किसी प्रदर्शनी (Exhibition )में या दुकान पर जा कर भी बेच सकते हैं।  वैसे तोह आप कही बी कैसे भी बेच सकते हैं, बहुत सारे options होते हैं, लेकिन प्रदर्शनी में लोग ज्यादा आते हैं और दाम भी अच्छे मिलते हैं। हम फोटो खींच कर सोशल मीडिया पर भी डाल सकते हैं, हमें साथ में अच्छा सा पोस्ट भी डालना चाहिए, ताकि इनके सब फायदे देख कर और भी आकर्षित हों, और साथ में अपना फ़ोन नंबर लिख दे, ताकि अगर लोगो को हमारा सामान पसंद आये ,तो हमसे वो नंबर के द्वारा बात कर सके। 

मिटटी के बर्तन बनाने का बिज़नेस प्लान व मार्केटिंग (Business plan and marketing of mitti ke bartan)

बिज़नेस चाहे कैसा भी हो, छोटा या बड़ा, उसका एक प्लान होना जरुरी है| हमें एक लक्ष्य रखना होगा के हम आने वाले ३ महीनो में इतना व्यापार  कर लेंगे या इतना सामान बना कर बेचेंगे |उसके बाद हमें उसका मूल्यांकन करना होता है, उसको देखना होता है के हम अपने प्लान के अनुसार चल रहे हैं कि नहीं।  अगर कम चल रहे हैं तो हमें उस बात पर ध्यान देना होगा कि कम क्यों है तथा उसकी मार्केटिंग बढ़ानी होगी। हमें शुरू में थोड़ी दिक्कत आ सकती है,क्योंकि मार्किट में पहले से ही सामान दूसरी कंपनी बेच रही होती है, हमें अपना सामान सबको समझा कर , उसकी सभी खूबिया बता कर मार्केटिंग करनी होगी| हम फेसबुक तथा इंस्टाग्राम पर भी अपना ऐड कर के अपने प्रोडक्ट के बारे में बता सकते है| हमारे सभी फोलोवर्स को हमारे सामान के बारे में पता चलेगा तथा वो हमसे सामान खरीद सकते है| हम अपने वात्सप्प ग्रुप पर भी अपने सामान का ऐड कर सकते है.आजकल जरुरी नहीं है के सामान की मार्केटिंग घर घर जा कर ही की जा सके, आजकल सब घर बैठे भी हो सकता है|

व्यवसाय के लिए कर्मचारी की नियुक्ति (Hiring manpower/ workers for business)

वैसे तो ये काम अगर हम छोटे लेवल पर शुरू कर रहे हैं और हमें मिटटी के बर्तन वाला चाक बनाना आता हैं तोह हम खुद भी शुरू कर सकते हैं, लेकिन अगर हमें लगता है के हमें काम थोड़े बड़े लेवल पर करना है तो हमें कर्मचारी भी रखने होंगे |अगर हम एक्सपेरिएंस्ड कर्मचारी रखेंगे तो हमें फायदा होगा परन्तु उनकी फीस थोड़ी ज्यादा होगी तथा हमारा बजट थोड़ा कम है तोह हम फ्रेशर्स को रख सकते हैं तथा उनको ट्रेंड कर सकते हैं| हमें कम से कम एक कर्मचारी तथा एक सुपरवाइजर की ज़रूरत पद सकती है|  कई लोग समझते हैं की superviser को रखना जरुरी नहीं होता, लेकिन अगर सभी काम करेंगे तो  उनके काम को देखने के लिए कोई नहीं रहेगा. कर्मचारी मशीन को चलने तथा पैकिंग वगैरह सब देखने के लिए तथा सुपरवाइजर उसके काम का निरीक्षण परीक्षण करने के लिए।

बिकने की सम्भावना व फायदा ( Possibility of selling and profit)

एक नयी कंपनी का सामान बेचने के लिए थोड़ी मशक्क्त तो करनी ही पड़ती है। लेकिन जिस हिसाब से मिटटी के बर्तनो की मांग है, हमारे मिटटी के बर्तन आराम से बिक जाएंगे ।बाकि यह बहुत हद तक हमारी मार्केटिंग , तथा इसके ऐड पर निर्भर करता है कि हम कितनी मार्केटिंग पर मेहनत कर रहे हैं| ज्यादा मार्केटिंग करने से सामान ज्यादा बिकता है | किसी भी काम को शुरू में काम लाभ होता है, तथा जैसे जैसे समय बढ़ता है, लोग हमारे प्रोडक्ट को पहचानने लगते है, एवं फायदा भी बढ़ने लगता है |

इस काम में आपको लगभग ५०००० रु तक की कमाई हो सकती है।  क्यूंकि जिस हिसाब से मिटटी के बर्तनो का चलन बढ़ा है, इनकी मांग भी बढ़ी है। 

मिटटी के बर्तनो का जोखिम (risk of mitti ke bartan)

मिटटी के बर्तनो में एक ही जोखिम है, बर्तनो के टूटने का । मिटटी के बर्तन थोड़े कच्चे होते हैं, तो  निचे गिरते ही टूट जाते हैं, इसलिए इनका हमें रखते हुए बहुत ध्यान रखना पड़ता है। 

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