कपास कारखाना कैसे शुरू करे | How to start cotton mill business hindi

कपास जिसको अंग्रेजी में Cotton कहा जाता है इसका उत्पादन कई चीजो की पूर्ति के लिए किया जाता है | कपास की फसल बहुत पुराने समय से उगाई जाती रही है | दुनिया में इसकी 2 किस्म पाई जाती है : एक तो है – देसी कपास  और  दूसरी है अमेरिकन कपास ।

इससे रुई तैयार की जाती हैं , जिसे ‘ सफेद सोना ‘  भी कहा जाता हैं | कपास के पौधे बहुवर्षीय , झाड़ीनुमा वृक्ष जैसे होते है। जिनकी लंबाई 2 से 7 फीट तक हो जाती है। इसके उपर आने वाले फूल सफेद अथवा हल्के पीले रंग के होते है। कपास के उपर जो फल लगे होते है उन्हें फल बाल्स ( balls ) कहा जाता है , जो चिकने व हरे पीले रंग के होते हैं | इनके ऊपर ब्रैक्टियोल्स कांटो जैसी रचना होती है। फल के अन्दर बीज व कपास होती है। कपास की फसल के उत्पादन के लिये काली मिट्टी की आवश्यकता पड़ती है। भारत में सबसे ज्यादा कपास का उत्पादन गुजरात में होता है। कपास से निर्मित वस्त्रों को सूती वस्त्र कहते है , जो कि सबसे अच्छे व आरामदायक कपड़ो में गिने जाते हैं। 

मार्किट में सूती कपड़ो की डिमांड बहुत ज्यादा है , उसको देखते हुए कपास की भी डिमांड साल के १२ महीने अच्छी खासी रहती है ।

कपास का कारखाना लगाने का व्यवसाय ( business ) का एक अच्छा खासा विकल्प हो सकता है, क्यूंकि इसकी डिमांड बहुत ही बढ़ती जा रही है और कभी कम होगी ही नहीं ।  इसे आप सदाबहार बिज़नेस की श्रेणी में रख सकते हैं। 

कपास का कारखाना लगाने का बिज़नेस कैसे शुरू करें , इसमें कितना खर्च आएगा, इसका सामान कैसे व कहाँ से खरीदे। आज के इस लेख में हम आपको ये सब विस्तार से बताएँगे । जो लोग अभी बेरोज़गार ( Unemployed ) बैठे हैं , उनको इस लेख को पढ़कर यह काम शुरू करने की प्रेरणा मिलेगी। 

यहाँ पर कपास का कारखाना लगाने का काम शुरू करने के लिए सभी जरुरी जानकारियां दी जा रही हैं , आप उनकी मदद से कम बजट में काम शुरू कर सकते हैं | इसको पढ़ने के लिए हमारे इस लेख को अंत तक पढ़ें । 

लेकिन इसके लिए सबसे पहले हमें इसके बारे में अच्छे से जानना होगा । 

अब हम आपको इसका काम शुरू करने के बारे में बताते है।  इसका काम शुरू करने से पहले हमें निम्न बातों का ध्यान रखना होगा :

  • व्यवसाय के लिए कुल लागत ( Investment for business )
  • लोकेशन ( Location for business )
  • लाइसेंस ( License for making business )
  • रॉ मटेरियल ( Raw material )
  • मशीन ( Machines )
  • प्रक्रिया या बनाने का तरीका ( Process )
  • पैकेजिंग ( Packaging )
  • मार्केटिंग ( Marketing )
  • कर्मचारी  ( Selection/hiring of manpower )
  • बिकने की सम्भावना व फायदा  ( Possibility of selling and profit )

अब हम सभी चीजों के बारे में विस्तार से बताएँगे । 

Cotton mill का बिज़नेस के लिए लागत (Investment for cotton mill business )

Cotton mill का व्यवसाय ( Business ) को शुरू करना हमारे ऊपर ही निर्भर करता है कि हम कितना बड़ा व्यवसाय  शुरू करना चाहते हैं । अगर हम इसको थोड़े छोटे लेवल पर शुरू करते हैं तो हमारा काम कम पैसो में भी हो जाता है, बस हमें मशीन व कच्चा माल ( Machines and Raw material ) का ही खर्च आएगा । तथा अगर हम इसका बड़ा बिज़नेस करना चाहते हैं तो बड़े लेवल पर ज्यादा पैसे लगा कर इसको बड़े स्केल पे कर सकते है|  

कैसा भी बिजनेस हो फिर वह चाहे बड़े स्तर का हो या छोटे स्तर का उनको शुरू करने से पहले उनसे संबंधित सभी बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है | इस व्यापार के लिए आपके पास क्या क्या होना चाहिए | इस सब में आप कितना इन्वेस्ट करेंगे और उसके बाद इस से आप कितना मुनाफा कमाएंगे इत्यादि  |

इस Business को अच्छे लेवल पर शुरु करने के लिए मशीन खरीदनी पड़ती बिल्डिंग बनानी पड़ती है जिसके अन्दर मशीन लगेगी और स्टॉक रखने के लिए सभी चीज के लिए बिल्डिंग फिर बिजली, पानी की सुविधा और कच्चा माल व् वाहन सभी के लिए अलग अलग इन्वेस्टमेंट ( Investment ) करनी पड़ती है |  वैसे अगर हम चाहते हैं कि हम बड़ा काम शुरू करे और इतने पैसे नहीं है तो हम ये काम लोन ले कर भी शुरू कर सकते हैं।  हमारे पास वो प्रावधान भी है। यहाँ मुख्य खर्च हमारा मशीन का ही है।

  • रोलिंग मशीन : 2 से 3 लाख
  • कटिंग मशीन : 40 से 50 हजार
  • जमीन, लोकेशन ,कच्चा माल  व अन्य खर्चे : लगभग ३० लाख रु
  • कुल लागत ( Investment ) :- 35 से 40 लाख रूपये

Cotton mill के बिज़नेस के लिए लोकेशन ( Location for cotton mill business ) :  

किसी भी बिजनेस में जगह का निर्धारण और कम या ज्यादा जगह का होना एक बहुत ही अहम् हिस्सा होता है इसलिए आपको इसके बारे में बिजनेस करने से पहले पूर्व अनुमान लगा लेना चाहिए ।आज की हमारी पोस्ट cotton mill के बिजनेस से सम्बन्धित है तो इसमें आपको इसके लिए जगह का निर्धारण इस बिजनेस से संबंधित मशीनों , ट्रांसपोर्ट के लिए पार्किंग , माल को स्टॉक करके रखने के लिए जगह आदि  को सोच कर बिल्डिंग का निर्माण करना अथवा लेनी चाहिए |

बड़े लेवल पर यह काम करने के लिए थोड़ी और भी ज्यादा ज्यादा जमीन की जरुरत पड़ सकती है और वो भी हमारे ऊपर ही निर्भर करता है के हम कितना बड़ा काम शुरू करना चाहते हैं। जिसमे की मशीन भी आ जाएगी तथा पैकिंग का काम भी हो जाएगा। | बिज़नेस की लोकेशन ऐसी जगह होनी चाहिए जहाँ पर अच्छी खेती होती है या फिर अनाज मंडी के पास क्योकि यंहा आसानी से Raw materials यानि कपास ( Cotton ) आसानी से मिल जाएगी और सस्ती मिलेगी| इसके साथ साथ आपको कपास के स्टॉक के लिए भी जगह बनानी होगी जिस से की आप आसानी से जब कभी भी मांग हो तब आसानी से पूर्ति कर सके |

जगह ( Space ) :- 2000 से 2200 Square Feet

Electricity and water facility for this Business :- किसी भी बिजनेस को शुरू करने के लिए कुछ घटक होते है जीनके  बिना बिजनेस को शुरू नहीं किया जा सकता है जैसे की बिजनेस के लिए जमीन और मशीन जरूरी है ठीक उसी प्रकार आप कोई भी दूकान करते है , प्लांट लगाते है , फैक्ट्री लगाते है या फिर आप कोई भी बिजनेस करते है तो वहाँ पर बिजली , पानी और सडको का बहुत महत्पूवर्ण हिस्सा है | इसलिए आपको अपने बिजनेस में फैक्ट्री के लिए बिजली , पानी की सुविधा का होना बहुत आवश्यक है |  

Cotton mill के बिज़नेस के लिए लाइसेंस ( License for cotton mill business )

कोई भी business शुरू करने से पहले हमें उसका कोई नाम या ब्रांड सोचना होता है , तभी हमें लोग पहचान पाएंगे।  उसके लिए हमें कुछ रजिस्ट्रेशन करने होते है।  जिनकी जानकारी हम आपको दे रहे हैं :

  • व्यापार लाइसेंस ( Business license )
  • Business PAN Card
  • जीएसटी नंबर : किसी भी व्यवसाय को शुरू करने के लिए सबसे अनिवार्य चीज।

इसके साथ ही हमें कुछ और कागजो की जरुरत पद सकती है जैसे के आधार कार्ड, पैन कार्ड ( PAN card ), वोटर कार्ड ( Voter ID card ), राशन card, बिजली का बिल, बैंक अकाउंट की  details, हमारा एक पासपोर्ट साइज फोटो, email ID, फ़ोन नंबर बाकि प्रूफ भी | हमें ये सब भी तैयार रखने होंगे |

Cotton mill के लिए कच्चा माल ( Raw material for cotton mill  business )

किसी भी व्यापार ( Business ) का उद्देश्य कम पैसे लगा कर ज्यादा मुनाफा कमाना होता हैं । अतः हमें सामान वहां से खरीदना चाहिए जहाँ से सस्ता व अच्छा मिले । लेकिन हमें ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में खराब कच्चा माल भी नहीं लेना चाहिये ,  नहीं तो हमारे सामान की क्वालिटी अच्छी नहीं होगी व सामान लोगो को पसंद भी नहीं आएगा।

इस बिजनेस में कच्चा माल स्वयं कॉटन ही है | इस बिजनेस में हम कॉटन की ही सफाई करके मार्किट में बिजनेस करने के लिए बेचते है | इसे आप अपने पास की मंडी से खरीद सकते है या फिर अगर आप इसे प्रत्यक्ष रूप में किसानो से खरीदते है तो आपको यह सस्ते दामों पर मिल जाएगी |

आप कच्चे माल को स्टॉक करके जरुर रखे जिस से की जब यह मंडी में उपलब्ध ना हो तब आपको इसके लिए अधिक दाम न देना पड़े और आप अपने स्टॉक में रखे कच्चे माल से काम कर सके | कॉटन के अंदर इसके बीज निकलते है और वे किसी तरह की दवाई लेपित नहीं होते इसलिए उनको पशुओं के चारे में इस्तेमाल करने के लिए अलग से बोरियों में भर दिया जाता है और अलग से बेचने के लिए मार्किट में उतार दिया जाता है | कॉटन मिल के बिजनेस के लिए इस्तेमाल होने वाला कच्चा माल :

  • कपास ( Cotton )
  • कच्चा माल में लकड़ी
  • कागज व प्लास्टिक की तीलियां
  • चिपकाने वाला पदार्थ

अच्छी क्वालिटी की कपास ( Cotton ) खरीदे या उगाएं क्योकि जितनी अच्छी क्वालिटी की कपास ( Cotton )   होगी , उसमे से उतनी  ज्यादा साफ़ कॉटन निकलेगी |

Cotton mill के लिए आवश्यक मशीने (Cotton mill making machines)

आजकल कोई भी बिजनेस हो , उसमे मशीनो  का होना बहुत जरूरी सा हो गया जिस से की कम समय में अधिक उत्पादन कर सके और उसके लिए सिर्फ एक ही तरीका है और वो है की हम मशीनों से काम करे | मशीनों के द्वारा काम करने ने जहाँ उत्पादन को बढ़ा दिया है उसके साथ ही समय की भी बचत की है |

इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको दो प्रकार की मशीन की आवश्यकता होती है। एक मशीन होती है जहा आप कॉटन को फैलाकर रख सकते है। उसके बाद आपको पहले जो मशीन है उसमे कॉटन को रोल करना है। इसके लिए रोलिंग मशीन का इस्तेमाल करना है। उस मशीन के सहारे से आप कॉटन को रोल कर सकते है। उसके बाद दूसरी मशीन है जो कि कटाई मशीन है। इस बिज़नेस को शुरू करने के लिए दो मशीनों की जरुरत होती है । इसमें जो रोलिंग मशीन आती है वह 2 से 3 लाख में खरीद सकते है। उसी के साथ कटिंग मशीन की प्राइस 40 से 50 हजार है।

इस बिजनेस में प्रयोग की जाने वाली मशीनें निम्न है :

  • Cotton Roll Cutting Machine
  • Surgical Cotton Roll Cutting Making Machine

हम ये मशीने offline व ऑनलाइन दोनों तरीको से खरीद सकते हैं , ऑफलाइन खरीदने के लिए हमें दुकान पर जा कर लेना होता है , अगर वो हमारा जानने वाला हुआ तो  और भी काम पैसो में काम हो सकता है। ऑनलाइन खरीदने के लिए हम बस गूगल (Google) पर टाइप करेंगे तो इसके सभी लिंक खुल जाएंगे । वहां से सभी मशीनों के दाम को compare कर के हम कम दाम वाली मशीन आसानी से खरीद सकते हैं। और यह मशीन आसानी से मार्किट में मिल जाएगी।

जहाँ तक मशीन चलाने की बात है तो नेट , यूट्यूब पर बहुत सारी videos उपलब्ध हैं, मगर जब हम यह मशीन खरीदते हैं , तभी डीलर से हमें उसका डेमो देख लेना चाहिए, और इसकी सभी जानकारी ले लेनी चाहिए, की इसको चलते कैसे हैं , इसकी साफ़ सफाई कैसे की जाती है, इत्यादि।

ध्यान रहे, जितना हम मशीनों की, इसके सामान की साफ़ सफाई रखेंगे, इतना ही यह सब सामान लम्बे समय तक नए जैसा अच्छा चलेगा। साफ़ सफाई अच्छे  से करने से मशीनो की  life बढ़ती है।

Cotton बनाने का तरीका / प्रक्रिया ( cotton making process )

इसमें दो मशीने आती है :

एक मशीन में हम कॉटन को साफ़ कर कर के फैला कर रख देते हैं , फिर दूसरी मशीन की मदद से कॉटन रोल होती है।  और हमारी कॉटन अच्छे  से तैयार हो जाती है। यह सब काम होने के बाद हमारा पैकिंग का काम शुरू होता है।   

Cotton की पैकेजिंग (Packaging of cotton)

Cotton बन जाने के बाद इसकी पैकिंग की जाती है | हमें इसकी पैकिंग पर विशेष ध्यान देना होगा । हम अच्छी सी पॉलिथीन या डब्बो में इसको पैक करते है।  याद रहे, जितनी अच्छी पैकिंग होती है , उतना ही हमारा सामान ग्राहक को लुभाता है।  इसलिए पैकिंग का अच्छा होना बहुत ज्यादा जरुरी है।

Cotton mill का बिज़नेस प्लान व मार्केटिंग (Business plan and marketing of cotton mill business)

हमारा काम चाहे कैसा भी हो, छोटा या बड़ा, उसका एक प्लान होना जरुरी है | हमें एक लक्ष्य रखना होगा के हम आने वाले ३ महीनो में इतना व्यापार  कर लेंगे या इतना सामान बना कर बेचेंगे | उसके बाद हमें उसका मूल्यांकन करना होता है , उसको देखना होता है के हम अपने प्लान के अनुसार चल रहे हैं कि नहीं।  अगर कम चल रहे हैं तो हमें उस बात पर ध्यान देना होगा कि कम क्यों है तथा उसकी मार्केटिंग बढ़ानी होगी। हमें शुरू में थोड़ी दिक्कत आ सकती है ,क्योंकि मार्किट में पहले से ही सामान दूसरी कंपनी बेच रही होती है , हमें अपना सामान सबको समझा कर , उसकी सभी खूबिया बता कर मार्केटिंग करनी होगी | हम फेसबुक तथा इंस्टाग्राम पर भी अपना ऐड कर के अपने प्रोडक्ट के बारे में बता सकते है| हमारे सभी फोलोवर्स को हमारे सामान के बारे में पता चलेगा तथा वो हमसे सामान खरीद सकते है| हम अपने वात्सप्प ग्रुप पर भी अपने सामान का ऐड कर सकते है.आजकल जरुरी नहीं है के सामान की मार्केटिंग घर घर जा कर ही की जा सके , आजकल सब घर बैठे भी हो सकता है | आपको अपने बिजनेस के विज्ञापन के लिए कार्ड छपवाने होंगे , पोस्टर एवं बैनर लगवाने होंगे ताकि ज्यादा लोगों को आपके इस बिज़नेस के बारे में जानकारी हासिल हो | आप इसका विज्ञापन टीवी पर भी दे सकते है |

व्यवसाय के लिए कर्मचारी की नियुक्ति (Hiring manpower/ workers for business)

अगर हमें लगता है के हमें कम थोड़े बड़े लेवल पर करना है तो हमें कर्मचारी भी रखने होंगे | अगर हम एक्सपेरिएंस्ड कर्मचारी रखेंगे तो हमें फायदा होगा परन्तु उनकी फीस थोड़ी ज्यादा होगी तथा हमारा बजट थोड़ा कम है तो हम फ्रेशर्स को रख सकते हैं तथा उनको ट्रेंड कर सकते हैं। अगर आप छोटे स्तर से शुरू करते है तो आपको कम ही लोगों की आवश्यकता होगी जैसे की 10 से 12 वर्कर और दूसरी तरफ अगर आप इसे एक बड़े स्तर पर बिजनेस करते है तो आपको इसके लिए 25 से 30 लोगों की आवश्यकता होगी | तथा एक सुपरवाइजर की ज़रूरत पड़ सकती है|  कई लोग समझते हैं की superviser को रखना जरुरी नहीं होता, लेकिन अगर सभी काम करेंगे तो  उनके काम को देखने के लिए कोई नहीं रहेगा. कर्मचारी मशीन को चलने तथा पैकिंग वगैरह सब देखने के लिए तथा सुपरवाइजर उसके काम का निरीक्षण परीक्षण करने के लिए।

बिकने की सम्भावना व फायदा (Possibility of selling and profit)

एक नयी कंपनी का सामान बेचने के लिए थोड़ी मशक्क्त तो करनी ही पड़ती है। लेकिन जिस हिसाब से cotton की मांग है , हमारी cotton आराम से बिक जाएंगे । बाकि यह बहुत हद तक हमारी मार्केटिंग , तथा इसके ऐड पर निर्भर करता है कि हम कितनी मार्केटिंग पर मेहनत कर रहे हैं| ज्यादा मार्केटिंग करने से सामान ज्यादा बिकता है | किसी भी काम को शुरू में काम लाभ होता है , तथा जैसे जैसे समय बढ़ता है , लोग हमारे प्रोडक्ट को पहचानने लगते है , एवं फायदा भी बढ़ने लगता है | अपने ब्रांड का ऐसा नाम रखे जिस से आसानी से लोग याद रख सके और ऐसा Cotton कस्टमर को प्रोवाइड करे की लोगो में विश्वास बढ़े | फिर कंपनी के नाम का लेबल लगाकर कर मार्केट में सप्लाई कर सकते हैं। तो आप इस बिजनेस को बिना किसी जोखिम के शुरू कर सकते है और साथ ही इस से अच्छा मुनाफा भी कम सकते है |

एक बात हमेशा याद रखें कि किसी भी व्यवसाय में फायदा होने में समय लगता है , जैसे जैसे लोग हमें जानने लगेंगे फायदा होगा ही होगा । भले ही थोड़ा देर से हो, लेकिन होगा जरूर।

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